ड्रेनेज विभाग के इंजीनियरों ने किया खटालों का दौरा
दक्षिण 24 परगना के महेशतला के खटाल मालिकों के साथ शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में सीवरेज व ड्रेनेज विभाग के मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह के साथ बैठक के बाद रविवार को इंजीनियरों ने खटालों का जायजा लिया.
आज कोलकाता नगर निगम को सौंपेंगे रिपोर्ट
संवाददाता, कोलकाता
दक्षिण 24 परगना के महेशतला के खटाल मालिकों के साथ शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में सीवरेज व ड्रेनेज विभाग के मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह के साथ बैठक के बाद रविवार को इंजीनियरों ने खटालों का जायजा लिया. ड्रेनेज विभाग द्वारा इसकी रिपोर्ट मंगलवार को मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह को सौंपी जायेगी.
इसके बाद आगे का निर्णय लिया जायेगा. जानकारी के अनुसार महेशतला में करीब 44 खटाल हैं. खटाल में गाय-भैंस के गोबर की वजह से संतोषपुर पंपिंग स्टेशन और मनिखली खाल में अधिक गाद जम रहे हैं. वहीं, कोलकाता के 133 व 134 सहित कुछ अन्य वार्डों के सीवरेज का पानी दक्षिण 24 परगना के महेशतला स्थित निगम के संतोषपुर पंपिंग स्टेशन के माध्यम से मनिखली खाल तक पहुंचता है. लेकिन महेशतला स्थित खटालों की वजह से संतोषपुर पंपिंग स्टेशन और मनिखली खाल में गाद अधिक जम रहे हैं. वहीं, गोबर की वजह से महेशतला में जल जमाव की समस्या भी हो रही है. ऐसे में निगम को अपने मणिखाल और महेशतला पंपिंग स्टेशन की बार-बार ड्रेजिंग करनी पड़ती है, क्योंकि खटालों के गोबर को सीवरेज में डाल दिया जाता है, जिससे बारिश में संतोषपुर पंपिंग स्टेशन और मनिखली खाल गंदगी से भर जाता है.
इससे उक्त वार्डों में जल जमाव की समस्या देखी जाती है. वहीं, महेशतला के खटाल मालिक अब जहां-तहां गोबर नहीं फेंक सकेंगे. महेशतला में चिह्नित स्थानों पर ही गोबर फेंका जायेगा. वहीं, चिह्नित स्थानों तक गोबर पहुंचाने के लिए निगम गाड़ी की व्यवस्था करेगा. खटाल मालिक को इसके लिए फीस का भुगतान करना पड़ेगा. वहीं, एकत्र होने वाले गोबर से गैस बनाये जाने की भी योजना है.
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