Kolkata Metro : सियालदह से साल्टलेक सेक्टर-5 रुट पर आज से चलेगी ड्राइवरलेस मेट्रो

Kolkata Metro : कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक पी उदयकुमार रेड्डी ने पहले ही जानकारी दी थी कि भले ही मेट्रो ट्रेन को स्वचालित रूप से चलाया जा सके, लेकिन यात्रियों के लिए ड्राइवर हेड ट्रेन मेट्रो केबिन में रहेगा. उनके मुताबिक कोलकाता के यात्रियों के लिए यह मामला बिल्कुल नया है ऐसे में यात्रियों के मन में ड्राइवरलेस मेट्रो रेक को लेकर कुछ आशंकाएं हो सकती हैं.

By Shinki Singh | April 15, 2024 5:42 PM

Kolkata Metro : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में देश की पहली मेट्रो रेल (Metro Rail) के पहिये घूमे थे. 40 साल पहले शुरू हुआ यह पर्यावरण-अनुकूल वाहन शहर के कई हिस्सों में फैल गया है. हालांकि बंगाल के बाहर विभिन्न शहरों में मेट्रो सेवाएं बहुत बाद में शुरू की गईं, लेकिन नवीनतम तकनीक का उपयोग अन्य राज्यों में पहले शुरू हुआ था. कोलकाता मेट्रो में इसे लागू करने में चार दशक लग गए. देश के कई शहरों में ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन (एटीओ) या ड्राइवरलेस मेट्रो सफलतापूर्वक चल रही है. आज से ईस्ट-वेस्ट मेट्रो के सियालदह से साल्टलेक सेक्टर-5 रूट पर इसकी आधिकारिक शुरुआत की जा रही है.

ईस्ट-वेस्ट मेट्रो लाइन में है स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली

कोलकाता मेट्रो का पहला चालक रहित मेट्रो यात्रियों को लेकर आज दौड़ने लगेगा. ईस्ट-वेस्ट मेट्रो लाइन में स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली है. जिसके जरिए मेट्रो रैक की सभी गतिविधियों को कंट्रोल रूम से चपेट नियंत्रित किया जा सकता है.ऐसे में यात्रियों से भरे रेक बिना ड्राइवर के गंतव्य तक आ-जा सकेंगे. वर्तमान में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो 20 मिनट के अंतराल पर सियालदह-सेक्टर 5 मार्ग पर सेवा प्रदान करती है. इसके भी सक्षम हो जाने से समय अंतराल 2 से 3 मिनट कम हो जाएगा.

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शुरुआत में मेट्रो सेवा शुरू की जाती है तो भी ड्राइवर अपनी जगह पर बने रहेंगे

गौरतलब है कि कुछ महीनों तक इस रूट पर यात्री सेवा खत्म होने के बाद रेलवे ने प्रायोगिक तौर पर खाली रेक के साथ परिचालन की प्रक्रिया शुरू की थी. इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. इस संबंध में कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक पी उदयकुमार रेड्डी ने पहले ही जानकारी दी थी कि भले ही मेट्रो ट्रेन को स्वचालित रूप से चलाया जा सके, लेकिन यात्रियों के लिए ड्राइवर हेड ट्रेन मेट्रो केबिन में रहेगा. उनके मुताबिक कोलकाता के यात्रियों के लिए यह मामला बिल्कुल नया है ऐसे में यात्रियों के मन में ड्राइवरलेस मेट्रो रेक को लेकर कुछ आशंकाएं हो सकती हैं. इसलिए अगर शुरुआत में इस मोड में मेट्रो सेवा शुरू भी की जाती है तो भी ड्राइवर अपनी जगह पर बने रहेंगे. लेकिन उनकी कोई भूमिका नहीं होगी.

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नई प्रणाली से यात्री सुविधा में और बढ़ोतरी होगी

मेट्रो के शीर्ष अधिकारी ने यह भी संकेत दिया कि यात्रियों को इस प्रणाली की आदत हो जाने के बाद बाद में निर्णय बदला जा सकता है. नई प्रणाली से यात्री सुविधा में और बढ़ोतरी होगी.क्योंकि, सियालदह-सेक्टर 5 के बीच मेट्रो सेवा का अंतराल आज से 20 मिनट की जगह 17 मिनट हो जाएगा. वहीं, सेक्टर पांच से सियालदह के बीच मेट्रो सेवा का अंतराल 20 मिनट की जगह 18 मिनट होगा. दिन की पहली और आखिरी मेट्रो सेवाओं का शेड्यूल अपरिवर्तित रहेगा. दिन की पहली मेट्रो सियालदह और सेक्टर पांच मेट्रो स्टेशनों से क्रमशः सुबह 6:55 बजे और 7:00 बजे प्रस्थान करेगी. दिन की आखिरी मेट्रो संबंधित सीमांत स्टेशनों से क्रमशः 9:35 बजे और 9:40 बजे प्रस्थान करेगी.

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