दुर्गापुर.
अप्रैल के महीने में ही गर्मी अपने चरम पर है. बढ़ती गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. गर्मी के कारण लोगो की दिनचर्या बदल गयी है. घर से लोगों का निकलना दूभर हो गया है. आमलोगों के साथ-साथ बढ़ती गर्मी की वजह से जंगल के पशु-पक्षी भी मुश्किल में हैं. बढ़े तापमान के चलते जिला के अधीन कांकसा के देउल आरक्षित वन में रहनेवाले जानवरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. ज्ञात रहे कि इस आरक्षित वन में बड़ी संख्या में हिरण, मोर, साही और अन्य जंगली जानवर हैं. उन्हें साल के अन्य समय में आसानी से यहां विचरते हुए देखा जा सकता है. इन जानवरों को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक व सैलानी आते हैं. गर्मी के चलते सूरज अस्त होने के समय कुछ सैलानी नजर आते हैं. बर्दवान वन प्रभाग के दुर्गापुर वन क्षेत्र में जंगली जंतु तेज गर्मी में जलन से बीमार पड़ रहे हैं. उन्हें बचाने के लिए वन विभाग विशेष उपाय कर रहा है.दुर्गापुर वन क्षेत्र के वन अधिकारी सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि आरक्षित वन में हिरणों को सुबह व दोपहर में ओआरएस घोल पिलाया जा रहा है. दोपहर में कच्ची हरी सब्जियां, तरबूज आदि दिये जा रहे हैं. वहीं, वन विभाग के डॉक्टर की नजर इन पर हमेशा बनी रहती है. जंगल में पेड़ की शाखाओं और पत्तियों को ढक कर एक ठंडी जगह बनायी गयी है.
आरक्षित वन के अलावा देउल के पूरे जंगल में कई जगहों पर पानी में ओआरएस मिलाया जा रहा है. उस ओआरएस मिश्रित पानी का सेवन मोर, पक्षी व अन्य वन्य जीव कर रहे हैं. तपा देनेवाली गर्मी से वन्य जीवों को बचाने के लिए वन विभाग कई उपाय कर रहा है. उम्मीद है कि इससे जीव-जंतुओं को कुछ राहत मिलेगी.