परिजनों सहित नेताओं की भी आंखें हुईं नम, दी गयी अंतिम विदाईप्रतिनिधि, खड़गपुर कुवैत स्थित एक बहुमंजिली इमारत में लगी आग में मारे गये मेदिनीपुर शहर के द्वारिकेश पटनायक का ताबूत बंद शव उनके मेदिनीपुर स्थित घर पहुंचा. इस हादसे में 40 से ज्यादा भारतीयों की मौत हो गयी थी. इनमें बंगाल के द्वारिकेश भी शामिल हैं. वह मेदिनीपुर के शरतपल्ली इलाके के रहने वाले थे. गुरुवार दोपहर मेदिनीपुर शहर के शरतपल्ली इलाके में द्वारिकेश के घर पर मौत की खबर पहुंची. सूत्रों ने बताया कि द्वारिकेश पटनायक का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे दमदम हवाईअड्डे पर पहुंचा था. वहां से शव उनके परिवार को सौंप दिया गया. परिजन शव लेकर मेदिनीपुर शहर पहुंचे. द्वारिकेश पटनायक का शव सुबह 11.30 बजे मेदिनीपुर शहर के शरतपल्ली स्थित उनके घर पहुंचा. वहां शव के पहुंचते ही परिजन फूट-फूटकर रोने लगे. इस दौरान मेदिनीपुर की सांसद जून माल्या, सुजय हाजरा, सौमेन खां, पार्षद चंद्रानी दास, पश्चिम मेदिनीपुर भाजपा के महासचिव शुभजीत राय उर्फ बंटी सहित भाजपा के अन्य नेता व मेदिनीपुर शहरवासियों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. बाद में परिजन 12 बजे द्वारिकेश पटनायक का शव मेदिनीपुर से उसके मुख्य निवास स्थान दांतन थाना के तूरका गांव स्थित उनके घर खंडरुई लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया.
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