करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने युवक को किया गिरफ्तार

स्वास्थ्य विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर कई कारोबारियों से करीब 37 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने एक युवक को गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2024 12:58 AM

37 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का है आरोप

संवाददाता, कोलकाता

स्वास्थ्य विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर कई कारोबारियों से करीब 37 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम बुधादित्य चट्टोपाध्याय उर्फ बुद्धादित्य (39) है, जो महानगर के कसबा का निवासी है. चट्टोपाध्याय पर आरोप है कि उसने कोलकाता व बंगाल के अन्य हिस्सों के अलावा दूसरे राज्यों के कुछ व्यवसायियों व संस्थानों को भी चूना लगाया है.

आरोपी खुद को बताता था हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का रिसर्चर

गत मंगलवार को आरोपी को सॉल्टलेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित इडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. घंटों तक चली पूछताछ में उसके बयान में गड़बड़ी मिलते ही बुधवार सुबह जांच एजेंसी ने उसे गिरफ्तार कर लिया. वह खुद को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का रिसर्चर बताता था. इतना ही नहीं, आरोपी नेताओं और मंत्रियों का भी करीबी बताकर ठगी भी करता था.

बंगाल ही नहीं, अन्य राज्यों से उसके खिलाफ मिलीं शिकायतें

आरोपी वर्ष 2019 से ही थोखाधड़ी के मामलों में संलिप्त है. चट्टोपाध्याय खुद को स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी बताकर और विभाग में टेंडर दिलाने के नाम कई व्यवसायियों से रुपये वसूले थे. किसी से 25 हजार रुपये, तो किसी से 50 हजार रुपये या उससे भी ज्यादा वसूले. उसपर बेंगलुरु की एक कंपनी को भी चूना लगाने का आरोप है. चट्टोपाध्याय पर करीब 37 करोड़ रुपये धोखाधड़ी करने का आरोप है. उसके खिलाफ वर्ष 2022 में आनंदपुर थाने में धोखाधड़ी का पहला मामला दर्ज किया गया था. जांच के तहत कोलकाता पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. बाद में उसे जमानत मिल गयी. उसी वर्ष बेंगलुरु में भी एक कंपनी ने आरोपी के खिलाफ 26 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करायी थी. बंगाल ही नहीं, दूसरे राज्यों में भी उसके खिलाफ शिकायत आने के बाद आरोपी के खिलाफ इडी ने भी जांच शुरू की.

इडी के अधिकारी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि धोखाधड़ी के मामलों में आरोपी की अन्य लोगों ने भी मदद की है या नहीं.

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