इडी ने शेख शाहजहां को किया ‘शोन अरेस्ट’
पांच जनवरी को उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों द्वारा चलाये गये अभियान के दौरान हमला हुआ था. शाहजहां को राज्य पुलिस ने गिरफ्तार किया. बाद में कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) करने लगा. सीबीआइ हिरासत में रहने के बाद शाहजहां को अदालत ने गत शुक्रवार को 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में रखे जाने का निर्देश दिया. इसी बीच, शाहजहां व उसके साथियों के खिलाफ धनशोधन से जुड़े एक मामले की जांच कर रही इडी ने शनिवार को बशीरहाट कोर्ट में जेल में शाहजहां से पूछताछ के लिए आवेदन किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया. कोर्ट की अनुमति मिलते ही शनिवार अपराह्न करीब 12.47 बजे इडी अधिकारियों की एक टीम बशीरहाट जेल पहुंची, जहां शाहजहां से घंटों पूछताछ की गयी. सूत्रों के अनुसार, धनशोधन मामले की जांच के तहत शाहजहां के करीबी माने जाने वाले व्यवसायियों के ठिकानों से मिली जानकारी के आधार पर शाहजहां से कुछ सवाल पूछे गये. बताया जा रहा है कि जांच में शाहजहां केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों का सहयोग नहीं कर रहा था, जिसके बाद इडी ने उसे ‘शोन अरेस्ट’ कर लिया.
गौरतलब है कि इडी अधिकारियों पर हुए हमले के बाद संदेशखाली के स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि शाहजहां और उसके साथी जमीनों पर जबरन कब्जा कर अवैध भेड़ी बना बड़े पैमाने पर मछली पालन के कारोबार से जुड़े हैं. यह भी आशंका जतायी गयी है कि शाहजहां और उसके साथियों ने मछलियों के आयात व निर्यात कारोबार में वित्तीय अनियमितता बरती है. उक्त मामले का संज्ञान लेकर इडी ने एक इसीआइआर (शिकायत) दर्ज कर जांच शुरू की. इस मामले में इडी की छापेमारी जिन व्यवसायियों के ठिकानों पर हुई थी, उनके मछली के आयात व निर्यात और मछली कारोबार में शाहजहां से जुड़े होने की बात सामने आयी है. इडी को आशंका है कि मछलियों के आयात-निर्यात के कारोबार के जरिये बड़े पैमाने पर अवैध धन दूसरे देशों में स्थानांतरित किये गये. यह अवैध धन शिक्षक नियुक्ति घोटाले से जुटाया गया काला धन हो सकता है.