कालिकापुर में इडी का छापा

करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले की जांच के तहत इडी के अधिकारियों ने कालिकापुर स्थित एक बहुमंजिली इमारत के एक फ्लैट में छापेमारी की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2024 2:33 AM

गेमिंग एप से धोखाधड़ी. तफ्तीश के लिए पहुंची जांच एजेंसी की टीम

संवाददाता, कोलकाताऑनलाइन गेमिंग एप के जरिये करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों ने मंगलवार को महानगर से सटे कालिकापुर स्थित एक बहुमंजिली इमारत के एक फ्लैट में छापेमारी की. इस दिन सुबह केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी उक्त आवासन की दूसरी मंजिल पर स्थित एक फ्लैट में तफ्तीश के लिए पहुंचे. उनके साथ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवान भी थे. बताया जा रहा है कि ‘फाइ वुइ’ नामक एक ऑनलाइन गेमिंग एप चीन से जुड़ा है. उक्त एप के जरिये करोड़ों की धोखाधड़ी की गयी. काशीपुर थाना इलाके में उक्त एप के जरिये हुई धोखाधड़ी को लेकर एक शिकायत दर्ज करायी गयी थी. उसी का संज्ञान लेते हुए इडी ने इस दिन कालिकापुर स्थित एक कार्यालय में अभियान चलाया. अभियान के दौरान कुछ अहम दस्तावेज व डिजिटल उपकरण जब्त किये जाने की बात सामने आयी है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर इडी की ओर से उक्त अभियान को लेकर कुछ नहीं बताया गया है.

कैसे हुई धोखाधड़ी :

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था. शुरुआत में वादे पूरे किये जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे. जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद एप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे. उनके झांसे में आकर जब निवेशक ज्यादा राशि निवेश करते थे, तब निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक कर उन्हें चूना लगाया गया.

धोखाधड़ी के ज्यादातर शिकार भारतीय

सूत्रों के अनुसार, उक्त ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिये 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की गयी है. धोखाधड़ी के ज्यादातर शिकार भारतीय बने हैं. बताया जा रहा है कि जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपने रुपये इस एप में निवेश किये थे. आशंका है कि इन रुपयों को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया. इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित एक कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था. सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता के अलावा गेमिंग एप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कसबों में भी परिचालन केंद्र होने का पता चला है. घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग एप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ इडी काफी समय से जांच कर रही है.

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