पश्चिम बंगाल : आखिर किस मामले में ईडी ने मंत्री अरूप विश्वास को किया तलब, जानें यहां
कुणाल घोष ने कहा, भाजपा नेता व अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, क्योंकि वह उक्त संस्था के ‘ब्रांड एम्बेसडर’ थे. उनकी तस्वीर के जरिये कंपनी प्रचार करती थी. भाजपा की सरकार उन्हें ‘पद्मभूषण’ का सम्मान दे रही है और ईडी का नोटिस दूसरे व्यक्ति को मिल रहा है.
लोकसभा चुनाव से पहले राज्य के एक मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के नेता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलब किया है. इस बार अल्केमिस्ट ग्रुप (Alchemist Group) से संबंधित करीब 1900 करोड़ रुपये के धनशोधन के एक मामले की जांच के तहत केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्य के खेल व बिजली मंत्री अरूप विश्वास को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. सूत्रों के अनुसार, उन्हें गत मंगलवार को ही नोटिस भेजा गया था और इसी सप्ताह केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया है. यह बात भी सामने आयी है कि नोटिस मिलने के बाद मंत्री की ओर से ईडी को पत्र भेजा गया, जिसमें अपने पूर्वनिर्धारित आवश्यक कार्यों का हवाला देकर समय की मांग की गयी है. हालांकि नोटिस को लेकर मंत्री की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है.
2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान हुआ था अलकेमिस्ट के रुपये का इस्तेमाल
ईडी को आशंका है कि वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान बंगाल में एक राजनीतिक दल के प्रचार में चिटफंड कंपनी अलकेमिस्ट के रुपये का इस्तेमाल हुआ था. जांच में अलकेमिस्ट चिटफंड कंपनी के जुड़े कुछ बैंक खातों से करीब दो करोड़ रुपये के एक अन्य बैंक खाते में स्थानांतरण का पता चला रहा है. ईडी की जांच के दायरे में वह बैंक खाता भी है. संभावना है कि ईडी वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव में बंगाल में अन्य कुछ राजनीतिक दलों के साथ ही तृणमूल के खर्च का स्रोत भी जानना चाहती है. हाल ही में ईडी के अधिकारियों ने अलकेमिस्ट चिटफंड घोटाले की जांच के तहत कृष्णनगर उत्तर के विधायक मुकुल राय के कांचरापाड़ा स्थित आवास में पूछताछ की थी. सूत्रों के मुताबिक, उनके दिये बयान के आधार पर ईडी को कुछ तथ्य मिले हैं.
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भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती को किया जाना चाहिए गिरफ्तार : कुणाल घोष
तृणमूल नेता को ईडी द्वारा तलब किये जाने को लेकर पार्टी के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि “एक बार और साबित हो गया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार प्रतिशोध की राजनीति के तहत केंद्रीय जांच एजेंसी का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूक रही है.” इसके साथ ही तृणमूल नेता ने यह भी कहा कि “यदि अलकेमिस्ट चिटफंड घोटाले को लेकर ईडी कोई जांच कर रही है, तो यह उनका मामला है. एजेंसी कहां और किसे नोटिस भेजेगी, यह उसकी बात है.
मिथुन चक्रवर्ती उक्त संस्था के ‘ब्रांड एम्बेसडर’ थे
हालांकि, यह जरूर कहना चाहूंगा कि उक्त मामले में तो पहले भाजपा नेता व अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, क्योंकि वह उक्त संस्था के ‘ब्रांड एम्बेसडर’ थे. उनकी तस्वीर के जरिये कंपनी प्रचार करती थी. भाजपा की सरकार उन्हें ‘पद्मभूषण’ का सम्मान दे रही है और इडी का नोटिस दूसरे व्यक्ति को मिल रहा है. इसका विचार आम जनता ही करेगी.” भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य का दावा है कि अगर तृणमूल को प्रतिशोध की राजनीति महसूस होती है ,तो उन्हें अदालत जाना चाहिए.