कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर विधान भवन के सामने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तस्वीर पर कालिख पोतने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. हालांकि आरोपी कांग्रेस कार्यकर्ता जमानत पर रिहा भी हो गया है. लेकिन इस घटना को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने में राजनीति तेज हो गयी है. हालांकि कांग्रेस का दावा है कि इस घटना से पार्टी का कोई संबंध नहीं है. सेंट्रल कोलकाता जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सुमन पाल ने कहा कि गिरफ्तार कार्यकर्ता के साथ इस घटना का कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि, जब कालिख पोतने की घटना हुई, तब कोलकाता पुलिस की गुंडा दमन शाखा ने नारकेलडांगा नाॅर्थ रोड के फिरोज उर्फ शाबाज को गिरफ्तार किया था.
उधर, प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता सौम्य आइच राय ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष के बीच मतभेद फैलाने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया. तृणमूल के आदेश पर पुलिस अपराधी को गिरफ्तार करने की बजाय, हमारी पार्टी के कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर हमें नुकसान पहुंचाना चाहती है.
इस मामले को लेकर एआइसीसी के पर्यवेक्षक गुलाम अहमद मीर से राष्ट्रीय सचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी थी. इसे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस की ओर से इंटाली थाने में शिकायत भी दर्ज करायी गयी थी. लेकिन बाद में खुद खरगे ने अधीर को कांग्रेस का जुझारू सैनिक करार देते हुए कहा कि वह हमेशा पार्टी के हित में रहते हैं. लिहाजा बंगाल में कांग्रेस व वाममोर्चा के साथ गठबंधन पार्टी के हित में लिया गया फैसला है.
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