कोलकाता. भारतीय निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले के बहरमपुर से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को 2011 विश्वकप से जुड़े किसी भी बैनर या पोस्टर का इस्तेमाल न करने का आदेश दिया है. यूसुफ पठान ने पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर को अपने बैनर में दर्शाया था, जिसे लेकर कांग्रेस ने 26 मार्च को चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायी थी. भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2011 में वनडे विश्व कप जीता था. उस समय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी थे. पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान के बड़े भाई यूसुफ पठान भी टीम का हिस्सा थे. राज्य के मुख्य निर्वाचन आयोग (सीइओ) कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि शिकायत को संज्ञान में लेने के बाद, चुनाव आयोग ने कांग्रेस के तर्क को मजबूत पाया, क्योंकि 2011 वनडे विश्व कप में भारत की जीत हर भारतीय के लिए गर्व की बात थी, इसलिए मतदाताओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए किसी भी राजनीतिक दल द्वारा इस भावना का फायदा नहीं उठाया जाना चाहिए. चुनाव आयोग ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर को 2011 विश्वकप में भारत की जीत से संबंधित तस्वीरों वाले सभी चुनावी बैनर हटाने का भी निर्देश दिया. कांग्रेस द्वारा मंगलवार को शिकायत दर्ज कराने के बाद पठान ने दावा किया था कि उन्हें विश्व कप से संबंधित तस्वीरों का उपयोग करने का पूरा अधिकार है, क्योंकि वह विजेता टीम का हिस्सा थे.
वहीं, भाजपा उम्मीदवार व सांसद दिलीप घोष ने भी चुनाव आयोग के शोकॉज नोटिस का जवाब दिया है और अपने बयान के लिए माफी मांगी है. श्री घोष ने आयोग को दिये गये जवाब में कहा है कि उन्होंने यह बयान किसी को निजी तौर पर परेशान करने के लिए नहीं दिया था. हालांकि श्री घोष मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर दिये गये अपने विवादास्पद बयान पर पहले ही खेद जता चुके हैं. भाजपा नेता ने कहा था कि उनकी पार्टी और अन्य लोगों को उनके शब्दों के चयन पर आपत्ति है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है, तो मुझे इसके लिए खेद है.