बजट में रोजगार और आधारभूत सुविधाओं के विकास पर जोर : लाहिड़ी
इससे पता चलता है कि सरकार जमीनी स्तर पर काम कर रही है.
कोलकाता. प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने मंगलवार को बजट 2024-25 को रोजगार सृजन, मुद्रास्फीति प्रबंधन और राजकोषीय विवेक पर केंद्रित बताते हुए इसे अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत बताया है. इस बजट को लेकर भाजपा विधायक व इकोनॉमिक सेल के संयोजक डॉ अशोक लाहिड़ी ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि केंद्र सरकार ने रोजगार और कौशल विकास को पहली प्राथमिकता दी है. इससे पता चलता है कि सरकार जमीनी स्तर पर काम कर रही है. बजट एमएसएमई क्षेत्र में शिक्षा, कौशल और विनिर्माण के माध्यम से युवाओं के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को 100 करोड़ रुपये तक के सावधि ऋण के लिए ऋण गारंटी योजना की बजटीय घोषणा से इस क्षेत्र की वृद्धि में मदद मिलेगी. रोजगार सृजन पर नये सिरे से जोर दिया जाना सराहनीय है. बजट में कौशल विकास कार्यक्रमों पर काफी जोर दिया गया है और उद्योगों को व्यापक प्रशिक्षुता अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को कम करने का निर्णय एक सकारात्मक कदम है, जो हमारी अर्थव्यवस्था को पटरी पर रखने और स्थिर विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है. एंजल टैक्स को खत्म करना स्टार्टअप परिवेश के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय है. इस मौके पर सह-संयोजक धनपत राम अग्रवाल व सह-संयोजक सर्बजीत रॉय उपस्थित रहे.
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