कोलकाता. प्रदेश भाजपा प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद शमिक भट्ट्चार्य ने संदेशखाली की घटना के संबंध में जारी एक वीडियो को फर्जी करार दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि विपक्ष के नेता (शुभेंदु अधिकारी) को बदनाम करने के लिए इस तरह का फर्जी वीडियो सामने लाया गया है. इस घटना से दरअसल तृणमूल ने संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं का ही अपमान किया है. भट्टाचार्य ने कहा कि संदेशखाली के आंदोलन से भाजपा नेता गंगाधर कयाल का कोई संपर्क नहीं है. भाजपा चाहती है कि जो वीडियो वायरल हुआ है, इसकी सीबीआइ जांच हो. उन्होंने दावा किया वीडियो में जो आवाज सुनी जा रही है, वह गंगाधर कयाल की नहीं है. इसे विकृत कर पेश किया गया है. उन्होंने दावा किया कि जब संदेशखाली आंदोलन हुआ तो उस समय वहां के तृणमूल समर्थक भी मैदान में उतरे थे. उन्होंने घटना की सीबीआइ से जांच कराने की मांग उठायी. दूसरी ओर स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने दावा किया गंगाधर कयाल पार्टी के संदेशखाली दो नंबर ब्लॉक के मंडल अध्यक्ष नहीं है. वह मानसिक रूप से भी स्वस्थ नहीं हैं.
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