अंतरराज्यीय फर्जी लॉटरी रैकेट के दो सदस्य अरेस्ट, छह दिनों की पुलिस रिमांड

कमिश्नरेट पुलिस के लगातार प्रयास के बावजूद भी पिछले कुछ वर्षों में अवैध लॉटरी का कारोबार काफी बढ़ा है और इसपर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के प्रयास में पुलिस को सफलता नहीं मिली है. शनिवार को पुनः एकबार अंतरराज्यीय फर्जी लॉटरी के रैकेट का खुलासा हुआ और धनबाद (झारखंड) जिले के निरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत मदनपुर इलाके के शेख अहमद अली और अफजल हुसैन को जामुड़िया थाना इलाके में लॉटरी के फर्जी टिकटों के साथ गिरफ्तार किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2024 9:39 PM

आसनसोल/जामुड़िया.

कमिश्नरेट पुलिस के लगातार प्रयास के बावजूद भी पिछले कुछ वर्षों में अवैध लॉटरी का कारोबार काफी बढ़ा है और इसपर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के प्रयास में पुलिस को सफलता नहीं मिली है. शनिवार को पुनः एकबार अंतरराज्यीय फर्जी लॉटरी के रैकेट का खुलासा हुआ और धनबाद (झारखंड) जिले के निरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत मदनपुर इलाके के शेख अहमद अली और अफजल हुसैन को जामुड़िया थाना इलाके में लॉटरी के फर्जी टिकटों के साथ गिरफ्तार किया गया. पुलिस को पहले से सूचना मिली थी ये लोग इलाके में अवैध लॉटरी टिकटों की सप्लाई करने के लिए आ रहे हैं, पुलिस ने जाल बिछाया और दोनों फंस गये. आसनसोल दुर्गापुर कमिश्नरेट पुलिस के खुफिया विभाग (डीडी) में अवर निरीक्षक शैलेश कुमार शर्मा के शिकायत के आधार पर जामुड़िया थाना कांड संख्या 359/24 में बीएनएस की धारा 297/319(2)/318(4)/336(2)/338/336(3)/336(4)/340(1)/340(2)/339/61(2) और 7(3) लॉटरी रेगुलेशन एक्ट 1998 के तहत मामला दर्ज किया गया है. रविवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. मामले के जांच अधिकारी डीडी के अवर निरीक्षक मुरसेद अली ने आरोपियों की सात दिनों की पुलिस रिमांड की मांग की. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज कर छह दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की.

गौरतलब है कि आसनसोल, जामुड़िया और पांडवेश्वर थाना इलाके में पिछले डेढ़ वर्षों के दौरान लॉटरी के अवैध टिकटों के कारोबार को लेकर कई बार छापेमारी हुई और करोड़ो रुपये के फर्जी टिकट बरामद हुए थे. कुछ दिनों पहले ही दिल्ली से नब्बे लाख रुपये के लॉटरी के फर्जी टिकट ट्रेन में बुकिंग करके भेजा गये थे. जिसे पुलिस ने सप्लाई होने से पहले ही पकड़ लिया और दो लोग गिरफ्तार हुए. पांडवेश्वर में इन टिकटों को सप्लाई किया जाना था, जिसके पास सप्लाई होना था, वह फिलहाल पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. जिसके कारण पुलिस की जांच थम सी गयी है. इस बीच निरसा से लॉटरी के फर्जी टिकट सप्लाई करने आये दो आरोपी भारी तादाद में टिकटों के साथ पकड़े गये. इस अवैध कारोबार से आम जनता के साथ-साथ राज्य सरकार को करोड़ो रुपये का प्रतिमाह नुकसान हो रहा है.

लंबे समय से पश्चिम बर्दवान जिले में सप्लाई कर रहे हैं लॉटरी के फर्जी टिकट

पकड़े गये दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे लंबे समय से पश्चिम बर्दवान जिला के विभिन्न इलाकों में लॉटरी के फर्जी टिकटों की सप्लाई कर रहे हैं. उन्होंने अपने सहयोगी निरसा मदनपुर इलाके के ही निवासी शेख मसरुल का नाम बताया है. पुलिस ने उसे भी मामले में आरोपी बनाया है. उसकी तलाश चल रही है.

पुलिस को थी पहले से सूचना बिछाया था उनके लिए जाल

शिकायत में अवर निरीक्षक ने बताया कि उन्हें सूचना थी कि निरसा से कुछ युवक बाइक से लॉटरी के फर्जी टिकटों की सप्लाई करने के लिए जामुड़िया इलाके में आ रहे हैं. सूचना के आधार पर चुरुलिया फांड़ी अंतर्गत मुलबेड़ियाडांगा के पास गोविंदपुर सड़क के किनारे झाड़ियों में घात लगाकर पुलिस अधिकारी अपनी टीम के साथ उनके आने का इंतजार कर रहे थे.

झारखंड नंबर की बाइक पर सवार दोनों में से पीछे बैठे युवक के हाथ में एक बड़ा बैग था. जैसे ही वे झाड़ी के पास पहुंचे, पहले से घात लगाकर बैठी पुलिस ने उन्हें रोक लिया. जांच के क्रम में भारी मात्रा में लॉटरी का अवैध टिकट मिला. इससे पहले भी निरसा से अवैध लॉटरी के कारोबार का खुलासा हुआ है.

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