आसनसोल.
झारखंड के गोड्डा का रहनेवाला युवक बनमयी सेन (38) गत 13 जून को यहां आसनसोल सिडी बस अड्डे से रहस्यमय ढंग से लापता हो गया. उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है. आज तक उसका पता नहीं चला है. उसके पिता का नाम जीवन सेन बताया गया है. बताया गया है कि युवक आसनसोल कोर्ट स्थित मां तारा होटल में कार्य करता था. बनमयी मूल रूप से झारखंड के देवघर के गोड्डा के गोविंदपुर गांव का निवासी है. दुर्गापूजा के पहले उसने होटल में काम छोड़ दिया था. कुछ महीनों के बाद होटल मालिक ने उसे वापस काम पर बुला लिया था. लेकिन गत 12 जून को होटल मालिक ने उसके पिता को फोन कर बताया कि बनमयी की मानसिक हालत ठीक नहीं है. वह यहां आकर अपने बेटे को ले जायें. इसके बाद 13 जून को उसके पिता जीवन सेन अपने बेटे को लेने आसनसोल पहुंचे. होटल से उसे लेकर आसनसोल सिटी बस अड्डे पर पहुंचे. गोड्डा जानेवाली बस में चढ़ते समय अपने पिता का हाथ छुड़ा कर युवक भाग गया. उसके बाद से जीवन सेन अपने बेटे को बस अड्डे और आसपास के इलाकों में खोजने लगे. काफी खोजबीन के बाद भी वह नहीं मिला, तो पिता ने 13 जून को आसनसोल दक्षिण थाने में मिसिंग रिपोर्ट लिखायी. उसके बाद 14 जून को आसनसोल सिटी बस अड्डे के घने इलाके से ऐसे उस युवक के लापता होने को लेकर थाने में केस दर्ज किया गया. उसकी तलाश में पुलिस लगी है, पर अभी तक उसका सुराग नहीं मिला है. जीवन सेन ने बताया कि उनके बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. वह उसे लेकर अपने घर गोड्डा जा रहे थे. 13 जून को 2:00 बजे बस पकड़नी थी. उससे पहले पिता-पुत्र बस अड्डे पर पहुंच गये थे. पिता पानी लेने के लिए पास ही चले गये. उसके बाद बस के आते ही पिता-पुत्र उसमें चढ़ने लगे. अचानक पिता का हाथ छुड़ा कर धक्का देते हुए बेटा भाग गया. वह भाग कर गिरजा मोड़ की ओर चला गया था. उसके बाद पिता ने गिरजा मोड़ की सभी जगहों पर तलाश की, पर उसका सुराग नहीं मिला है. बहरहाल उस युवक की खोज में पुलिस लगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है