Good News : कोलकाता में अब एक कट्ठा जमीन पर भी बनाया जा सकेगा मकान

Good News : छोटी जमीन पर कम से कम जमीन छोड़नी पड़े, इसके लिए निगम के बिल्डिंग कानून में संशोधन किया जा रहा है. मेयर ने बताया कि इसे लेकर कानून में संशोधन के लिए हमने कुछ प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, पर राज्य सरकार की हाईपावर कमेटी निगम के उस प्रस्ताव में सुधार करने को कहा था, जिसमें सुधार कर लिया गया है.

By Shinki Singh | July 13, 2024 3:39 PM
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Good News : कोलकाता में अब एक-डेढ़ कट्टा जैसी छोटी जमीन पर भी मकान बनाया जा सकेगा. इसके लिए निगम के बिल्डिंग कानून में कुछ संशोधन किया जायेगा. यह जानकारी कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम (Firhad Hakim) ने दी. आम तौर पर भवन निर्माण के दौरान सामने के हिस्से में चार फीट और इमारत के पिछले हिस्से में छह फीट जमीन छोड़ी जाती है, पर छोटी जमीन में इतनी नहीं छोड़ी जा सकती है. इसलिए छोटी जमीन पर कम से कम जमीन छोड़नी पड़े, इसके लिए निगम के बिल्डिंग कानून में संशोधन किया जा रहा है. मेयर ने बताया कि इसे लेकर कानून में संशोधन के लिए हमने कुछ प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, पर राज्य सरकार की हाईपावर कमेटी निगम के उस प्रस्ताव में सुधार करने को कहा था, जिसमें सुधार कर लिया गया है.

बिल्डिंग कानून में संशोधन करेगा कोलकाता निगम

अब इसे दोबारा राज्य सरकार को भेज दिया जायेगा. मेयर ने कहा कि इससे अवैध निर्माण पर रोक लगेगी. उन्होंने बताया कि कुछ मामलों में एक मंजिली इमारत को दो मंजिली भी करने की अनुमति दी जायेगी, पर इसके लिए निगम में आवेदन करना होगा. उन्होंने बताया कि निगम की ओर से भेजे गये प्रस्ताव को अगर राज्य सरकार की अनुमति मिल जाती है, तो निगम द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा, पर इस नये कानून को लागू करने में कुछ समय लगेगा. उन्होंने कहा कि हम कानून को और अधिक सरल बनाकर लोगों को सुविधा देने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूरी बिल्डिंग के 10 फीसदी से अधिक हिस्से पर निगम की बगैर अनुमति के नया निर्माण किये जाने पर उसे अवैध माना जायेगा और उस अवैध हिस्से को ही तोड़ा जायेगा.

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इंजीनियरों पर हो रहे हमले की शिकायत सीपी से करेगा निगम

कोलकाता में अवैध निर्माण को तोड़ने के दौरान पुलिस के सामने निगम के इंजीनियरों पर हमले किये जा रहे हैं. दो जगहों पर इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. ऐसे में इस संबंध में मेयर ने बताया कि अवैध निर्माण को तोड़ने का कार्य जारी रहेगा. पुलिस के साथ मिल कर और कठोरता के साथ हम इस कार्य को करेंगे. वहीं, इंजीनियरों को रोके जाने के खिलाफ मेयर खुद कोलकाता पुलिस के कमिश्नर को पत्र लिखेंगे. ताकि दोबोरा इस तरह की घटना ना हो.

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