पहले बेहोश किया फिर दुष्कर्म के बाद की हत्या
आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 वर्षीय युवा महिला डॉक्टर के पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट पुलिस के पास आ गयी है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा, दुष्कर्म के दौरान बेहोश थी महिला डॉक्टर, इसके बाद की गयी हत्या संवाददाता, कोलकाता आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 वर्षीय युवा महिला डॉक्टर के पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट पुलिस के पास आ गयी है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि इस रिपोर्ट में एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारी का उल्लेख किया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी जब पीड़िता के पास पहुंचा, तब वह लाल ब्लैंकेट ओढ़कर गहरी नींद में सोयी थी. आरोपी ने सेमिनार हॉल में दाखिल होने के बाद ब्लैंकेट हटाकर पहले पीड़िता का मुंह और नाक में कपड़ा या रूमाल या कोई अन्य सॉफ्ट वस्तु से दबाकर उसे बेहोश किया. इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया. दुष्कर्म करने के बाद पीड़िता जुबान न खोले, इससे बचने के लिए गला घोटकर उसकी हत्या कर दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख है कि पीड़िता ने बचने की भी काफी कोशिश की. आरोपी ने महिला के साथ हाथापाई भी की. इसी खींचातानी में वह जहां सो रही थी, उसके पास रखी पुस्तक की कुछ प्रतियां फटी मिलीं. उसका चश्मा भी टूटा था, संभवत: चश्मे के शीशे से ही उसकी आंख में भी चोट लगी थी, जिसके कारण आंख से खून निकल रहा था. आरोपी के शरीर के सात जगहों पर खरोच के निशान भी मिले हैं. पीड़िता के नाखून से मिले मांस के कुछ अंश आरोपी के शरीर की होने की जानकारी दी गयी है. पोस्टमार्टम में इसका जिक्र भी किया गया है कि पीड़िता के चेहरे, गर्दन एवं शरीर के एकाधिक हिस्सों में चोट के निशान थे. उसके निचले प्राइवेट पार्ट में भी जख्म के निशान मिलने का उल्लेख किया गया है. पैर की एंड़ी में भी चोट के निशान हैं, जिससे स्पष्ट है कि आरोपी ने पीड़िता के साथ काफी ज्यादा अत्याचार किया. पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट के बाद पुलिस का यह मानना है कि संजय ने अकेले ही युवा डॉक्टर पर नारकीय अत्याचार को अंजाम दिया. माना जा रहा है कि वारदात के दौरान उसके साथ कोई अन्य व्यक्ति जुड़ा नहीं था. सीसीटीवी कैमरे में भी पुलिस को एक व्यक्ति के ही इस घटना से जुड़े होने के सबूत मिले हैं. हालांकि कुछ चिकित्सकों का यह भी मानना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिस तरह की घटना का उल्लेख किया गया है, उससे यह स्पष्ट है कि एक व्यक्ति द्वारा इस घटना को अंजाम देना संभव नहीं था. इस पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं.
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