पश्चिम बंगाल में हुए पांच बड़े रेल हादसे, कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे में 275 लोगों की चली गयी थी जान

पिछले कुछ सालों में बंगाल कई बड़े रेल हादसों का गवाह बन चुका है. इन हादसों में कई लोगों की जानें चली गयीं और कई घायल हो गये.

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 1:40 AM
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संवाददाता, कोलकाता

पिछले कुछ सालों में बंगाल कई बड़े रेल हादसों का गवाह बन चुका है. इन हादसों में कई लोगों की जानें चली गयीं और कई घायल हो गये. उनकी जांच अभी भी चल रही है. कई हादसे मानवीय भूल से हुए, तो कई तकनीकी खामियों के चलते. बंगाल में ट्रेन हादसों की फेहरिस्त में सोमवार को एक और दुखद हादसा जुड़ गया. बार-बार हो रहे हादसों ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है. पिछले वर्ष दो जून को ओडिसा के बालासोर में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना, राज्य का अबतक का सबसे बड़ा रेल हादसा माना जा रहा है. उस हादसे में 275 लोगों की जान चली गयी थी.

पांच बड़े रेल हादसे

कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसा : दो जून 2023 की शाम करीब सात बजे भयानक रेल हादसा हुआ. इसमें 275 लोगों की जान चली गयी और बड़ी तादाद में यात्री घायल भी हुए थे. ओड़िसा के बालासोर जिले के बहनागा रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी थी. उसके डिब्बे एक दूसरी ट्रेन और मालगाड़ी से टकरा गये थे.

ज्ञानेश्वरी ट्रेन दुर्घटना : ज्ञानेश्वरी सुपर डीलक्स एक्सप्रेस 28 मई 2010 को झाड़ग्राम के पास बेपटरी हो गयी थी. यह ट्रेन हावड़ा से मुंबई जा रही थी. ट्रेन रात करीब 1.30 बजे पटरी से उतर गयी. तभी विपरीत दिशा से आ रही एक मालगाड़ी ने ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. हादसे की जांच कर रहे जांच अधिकारियों को पता चला कि उस इलाके में रेलवे लाइन की फीस प्लेट पहले से ही ढीली थी. ज्ञानेश्वरी हादसे में 148 लोगों की मौत हो गयी थी और 180 लोग तब घायल हुए थे.

सैंथिया रेल हादसा : 19 जुलाई 2010 को बीरभूम के सैंथिया स्टेशन पर वनांचल एक्सप्रेस, उत्तरबंग एक्सप्रेस से टकरा गयी. यह टक्कर तब हुई, जब वनांचल एक्सप्रेस प्लेटफार्म से निकल रही थी. वनांचल एक्सप्रेस को उत्तरबंग एक्सप्रेस ने पीछे से टक्कर मार दी. दो एक्सप्रेस ट्रेनों की टक्कर में 66 लोगों की मौत हो गयी और 165 लोग घायल हो गये.

बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस मैनागुड़ी में पटरी से उतरी : 13 जनवरी 2022 को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस मैनागुड़ी के दोमोहनी में पटरी से उतर गयी थी. ट्रेन राजस्थान के बीकानेर से असम के गुवाहाटी जा रही थी. हादसा इतना भयानक था कि ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़े गये. शिकायत की गयी कि ट्रेन के इंजन में पहले से ही दिक्कत थी. हादसे में नौ लोगों की मौत हो गयी थी और 40 से ज्यादा लोग घायल हो गये थे.

गाइसाल में दो ट्रेनों की टक्कर : दो अगस्त 1999 को उत्तर दिनाजपुर के गाइसाल में रात एक बजे ब्रह्मपुत्र मेल, अवध असम एक्सप्रेस से टकरा गयी थी. गलत सिग्नल के कारण दो ट्रेनें एक ही लाइन पर आ गयी थीं. हादसे में 285 लोगों की मौत हो गयी थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गये थे.

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