बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और वामपंथी नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन, कई दिनों से चल रहे थे बीमार
बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन हो गया है. वह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. वह साल 2000 से लेकर 2011 तक मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और वामपंथी नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन की खबर आ रही है. पिछले कई दिनों से वे बीमार चल रहे थे. वे 80 साल के थे. उन्होंने गुरुवार सुबह कोलकाता के बालीगंज में स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली. जानकारी के मुताबिक उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी इस वजह से कुछ माह पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ दिन बाद उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था. इसके बाद उनका इलाज घर पर ही चल रहा था. अपने गिरते स्वास्थ्य की वजह से वह कुछ वर्षों से सार्वजनिक जीवन से दूर चल रहे थे.
2000 से 2011 तक रहे थे बंगाल के मुख्यमंत्री
बद्धदेव भट्टाचार्य ने साल 2015 में सीपीआई एम के पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इससे पहले वर्ष 2000 से 2011 तक मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला. उनका जन्म 1944 में में हुआ था. उनकी पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज से पढ़ाई की. इसके बाद वे सीपीआईएम से जुड़ गये.
ममता बनर्जी ने जताया दुख
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के आकस्मिक निधन से स्तब्ध और दुखी हूं. मैं पिछले कई दशकों से उन्हें जानती हूं. पिछले कुछ वर्षों में जब वे बीमार थे और घर पर रहते थे, तब मैंने उनसे कई बार मुलाकात की थी.
उन्होंने आगे लिखा कि दुख की इस घड़ी में मीरा दी और सुचेतन के प्रति मेरी संवेदना हैं. मैं सीपीआई (एम) पार्टी के सदस्यों और उनके सभी अनुयायियों के प्रति भी अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं. हमने फैसला लिया है कि उनकी अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें पूरा सम्मान देंगे.
जाधवपुर विधानसभा से रह चुके हैं विधायक
बता दें कि बुद्धदेव भट्टचार्य कोलकाता के जाधवपुर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले वह एक स्कूल में शिक्षक के तौर पर कार्यरत थे. उन्होंने बंगाल के पूर्व सीएम रहे ज्योति बसु के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी. उनके नेतृत्व में सीपीआई एम ने साल 2001 और 2006 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी. लेकिन साल 2011 के चुनाव में वाम दल को ही हरा कर ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी.