दूसरे राज्यों के चार बदमाश जामुड़िया व निरसा में अरेस्ट

पुलिस को सूचना मिली थी कि बिहार का एक गैंग आसनसोल में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए निकला है, गुरुवार को धनबाद के रास्ते ये लोग आसनसोल पहुंचेंगे.

By Prabhat Khabar Print | June 29, 2024 12:20 AM

आसनसोल/जामुड़िया/निरसा . आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) के अधिकारियों की सतर्कता से इलाके में एक बड़ी आपराधिक घटना को रोक दिया गया. पुलिस को सूचना मिली थी कि बिहार का एक गैंग आसनसोल में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए निकला है, गुरुवार को धनबाद के रास्ते ये लोग आसनसोल पहुंचेंगे. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने अपने सारे नेटवर्क को सक्रिय कर इन बदमाशों को पकड़ने की रणनीति तैयार की. जिसमें धनबाद (झारखंड) पुलिस को शामिल किया गया. दोनों राज्यों की पुलिस ने इन बदमाशों को पकड़ने के लिए संयुक्त रूप से धनबाद के निरसा इलाके में नाकाबंदी की.

गुरुवार रात को निरसा थाना क्षेत्र के रामकनाली के पास पुलिस की नाकाबंदी देख कार छोड़कर उसमें सवार पांच बदमाशों में से तीन भाग गये, दो को पुलिस ने पकड़ लिया. जिनमें पटना (बिहार) के पंडरख थाना क्षेत्र के रसुल्ला इलाके का निवासी शिशुपाल कुमार (24), शेखपुरा (बिहार) के मेहुस थाना क्षेत्र के माफो इलाके का निवासी टमन कुमार (28) शामिल है. इनके पास से 7.65 एमएम का पिस्तौल व 10 जिंदा कारतूस, दो .315 के देशी कट्टे व 13 जिंदा कारतूस, सात मोबाइल फोन और कार जब्त किया गया. शुक्रवार को आरोपियों को धनबाद अदालत में पेश किया गया. जहां इनकी जमानत याचिका खारिज हो गयी और इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. आसनसोल में कांड को अंजाम देने के पहले से ही पहुंचे पंडरख थाना क्षेत्र के गोसावा इलाके के निवासी मनीष कुमार और स्थानीय लिंक मैन गंजाम (ओड़िसा) जिले के हिंजलिकोर्ट थाना क्षेत्र के पानारकुंजी इलाके के निवासी बिपिन स्वाइन को गिरफ्तार किया गया. बिपिन काफी दिनों से एडीपीसी इलाके में ही रह रहा था. पहले वह पांडवेश्वर इलाके में रहता था. अब वह जामुड़िया इलाके में रहता है. इनके पास से एक देशी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. शुक्रवार को दोनों आरोपियों को आसनसोल अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने 14 दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की, अदालत ने 10 दिनों की रिमांड मंजूर की. ओडिशा का बिपिन इलाके के रहकर बदमाशों के लिए करता था रेकी : ओडिशा का मूल निवासी बिपिन यहां वर्षों से रह रहा था. पकड़े जाने के बाद पता चला कि वह बदमाशों का स्थानीय लिंकमैन के रूप में काम करता था. जिस जगह कांड को अंजाम देना था, उस जगह की रेकी करके आने जाने का पूरा प्लान तैयार करके वह बदमाशों को भेजता था.

पुलिस अन्य कांड में भी इसकी संलिप्तता खंगाल रही है. सूत्रों के अनुसार इस गैंग में शामिल एक सदस्य आसनसोल इलाके को काफी अच्छी तरह से जानता है. उसने इससे पहले आसनसोल में एक कांड को अंजाम दिया है. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है.

रानीगंज सेनको गोल्ड डकैती कांड के बाद एक और कांड को अंजाम देने की थी कोशिश

नौ जून को रानीगंज थाना क्षेत्र इलाके में स्थित सेनको गोल्ड एंड डायमंड के शोरूम में हुई डकैती के बाद बिहार का एक गैंग आसनसोल इलाके में एक बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की तैयारी में था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस गैंग के कुछ सदस्यों की गतिविधि पर पुलिस बारीकी से नजर रखे हुए थी. बिहार से ये लोग आसनसोल के लिए रवाना हुए तभी पुलिस को इसकी सूचना मिल गयी. सूचना मिलते ही इन्हें पकड़ने की रणनीति तैयार हुई. जिसमें झारखंड पुलिस को भी शामिल किया गया. इस गैंग के पांच लोग कार से आ रहे थे और एक अन्य, सड़क मार्ग से जामुड़िया पहुंचा था. जिसे पुलिस ने कांटागाड़िया इलाके से गिरफ्तार किया. गुरुवार रात को धनबाद पुलिस की सहयोग से निरसा थाना क्षेत्र में निरसा जामताड़ा रोड और निरसा कालूबथान रोड को सील कर दिया गया. रामकनाली के पास कार में सवार ये बदमाश पुलिस के जाल में फंस गये. भारी पुलिस बल की तैनाती देख ये लोग कार छोड़कर भागने लगे. पुलिस ने दो को पकड़ लिया, तीन अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे. पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि आसनसोल के एक ज्वेलरी शॉप में डाका डालने की उनकी योजना थी.

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