WB News : लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस महीने 15 मार्च के बाद लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election) की घोषणा हो सकती है. चुनाव के तारीखों की घोषणा से पहले चुनाव आयोग की फुल बेंच तीन मार्च को कोलकाता पहुंच रही है, जो पांच मार्च तक कोलकाता में रहेगी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में फुल बेंच कोलकाता पहुंच रही है. फुल बेंच कोलकाता पहुंचते ही चुनाव आयोग की मैराथन बैठक होगी. तीन मार्च यानी रविवार की शाम महानगर के ग्रैंड होटल में मुख्य चुनाव आयुक्त राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) डॉ आरिज आफताब के साथ बैठक करेंगे.
राष्ट्रीय व क्षेत्रीय स्तर के पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ अगल-अलग 15 बैठक करेंगे
चुनाव आयोग के सीइओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग की फुल बेंच सोमवार सुबह 9.30 बजे से 11.30 तक राष्ट्रीय व क्षेत्रीय स्तर के पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ अगल-अलग 15 बैठक करेंगे. इसके बाद इसी दिन सुबह 11.30 बजे से शाम के सात बजे के विभिन्न जिलों के डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर (डीइओ/ जिला अधिकारी), जिला पुलिस अधिक्षक, पुलिस आयुक्त सह आला पुलिस अधिकारियों के साथ फुल बेंच के सदस्य बैंठक करेंगे. अगले दिन पांच मार्च को प्रवर्तन एजेंसी के साथ सुबह 9.30 से 11 बजे तक बैठक होगी. बैठक के समाप्त होते ही राज्य के मुख्य सचिव, डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजी) के साथ सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक केंद्रीय चुनाव आयोग के अधिकारी बैठक करेंगे.
100 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल पहुंचीं
चुनाव आयोग के एक आला अधिकारी ने बताया कि, पहली बार राज्य लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय पुलिस बल कोलकाता पहुंच रही है. उन्होंने बताया कि, 100 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) पश्चिम के विभिन्न जिलों में पहुंच गयी. 100 केंद्रीय कंपनी पुलिस बल में से सात कंपनी कोलकाता के लिए पहुंची है. तीन मार्च को और तीन कंपनी कोलकाता के लिए पुलिस पहुंच रही है. मतदाताओं का उत्साह बढ़ाने के लिए शनिवार से ही पुलिस बल के जवान रूट मार्च शरू करेंगे. आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य के लिए और 50 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल सात मार्च को कोलकाता पहुंचेंगे. जिला अधिकारियों व जिला पुलिस अधीक्षकों की देख रेख में केंद्रीय पुलिस बल के जवान रूट मार्च करेंगे. ज्ञात हो कि राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 920 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल को तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है. हालांकि, समय के अनुसार केंद्रीय बलों की संख्या बढ़ भी सकती है.
जीपीएस से लैस होगा सेक्टर ऑफिसर के वाहन में
सेक्टर ऑफिसर अपने वाहन में एवीएम मशीन को लेकर विभिन्न पोलिंग स्टेशनों का दौरा करते हैं. एवीएम में किसी प्रकार की दिक्कत होने पर उसे बदलने के लिए सेक्टर ऑफिसर अपने साथ ईवीएम रखते हैं. पर इस बार सभी ऑफिसरों के वाहन में जीपीएस लगाये जायेंगे. ताकि इन अधिकारियों के गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.
संदेशखाली पर आयोग की नजर
फिलहाल राज्य में संदेशखाली चर्चा का विषय बना हुआ है. संदेशखाली में तनाव के माहौल को ध्यान में रखते हुए आयोग की ओर से भी विशेष तैयारी की जा रही है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले पंचायत चुनाव में यहां यहां अधिकांश मतदाता वेट नहीं डाल सके थे. इसलिए इस बार यहां ऐसी स्थिति पैदा ना हो जाये इसका पूरा ख्याल रखा जायेगा.