2007 से लापता तीन लोगों के परिजन को मृत्यु प्रमाणपत्र दें : कोर्ट
कलकत्ता हाइकोर्ट ने 2007 में नंदीग्राम में भूमि अधिग्रहण आंदोलन के चरम पर पहुंचने के समय एक रैली में भाग लेने के बाद लापता हुए तीन लोगों के परिजन को मृत्यु प्रमाण पत्र प्रदान करने का गुरुवार को निर्देश दिया.
कलकत्ता हाइकोर्ट की न्यायाधीश शंपा सरकार ने सुनाया फैसला, नंदीग्राम आंदोलन के बाद से लापता हैं तीन लोग
संवाददाता, कोलकाताकलकत्ता हाइकोर्ट ने 2007 में नंदीग्राम में भूमि अधिग्रहण आंदोलन के चरम पर पहुंचने के समय एक रैली में भाग लेने के बाद लापता हुए तीन लोगों के परिजन को मृत्यु प्रमाण पत्र प्रदान करने का गुरुवार को निर्देश दिया. पिछले साल आदित्य बेरा, सत्येन पोल्ले और बलराम सिंह के परिजन ने उच्च न्यायालय का रुख कर अनुरोध किया था कि वह स्थानीय पंचायत अधिकारियों को मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने का निर्देश दे. न्यायमूर्ति शंपा सरकार ने पंचायत अधिकारियों को एक महीने में तीन व्यक्तियों के परिजन को प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश दिया. अदालत ने पंचायत अधिकारियों को प्रमाण पत्र प्राप्त करने के संबंध में आवेदन भरने के लिए परिजन की मदद करने का भी निर्देश दिया. गौरतलब है कि आदित्य बेरा, सत्येन पोल्ले और बलराम सिंह, तीनों भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन के समय 10 नवंबर 2007 को पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम के गोकुलनगर में एक जुलूस के दौरान लापता हो गये थे. उस समय विपक्ष में रहीं मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने औद्योगीकरण के लिए नंदीग्राम और सिंगूर में कृषि योग्य भूमि के अधिग्रहण के विरोध में वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है