हड़ताल से मंडी में आलू की घटी सप्लाई, चढ़े भाव

पूर्व बर्दवान, पश्चिम बर्दवान और बीरभूम जिले के सब्जी बाजारों में आलू व्यापारियों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन में जारी रही. बीरभूम से लेकर पश्चिम व पूर्व बर्दवान जिले में हर जगह एक ही तस्वीर दिख रही है. थोक बाजार में आलू की आपूर्ति घट गयी है. इससे खुदरा बाजार में भी आलू के भाव आसमान छूने लगे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2024 9:26 PM

बर्दवान/पानागढ़.

पूर्व बर्दवान, पश्चिम बर्दवान और बीरभूम जिले के सब्जी बाजारों में आलू व्यापारियों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन में जारी रही. बीरभूम से लेकर पश्चिम व पूर्व बर्दवान जिले में हर जगह एक ही तस्वीर दिख रही है. थोक बाजार में आलू की आपूर्ति घट गयी है. इससे खुदरा बाजार में भी आलू के भाव आसमान छूने लगे हैं. फलस्वरूप बाजार से आलू धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं. राज्य सरकार और आलू व्यापारियों के बीच तनातनी से खरीदारों को नुकसान हो रहा है. राज्य सरकार के निर्देश पर यहां से अन्य राज्यों में आलू भेजने की निगरानी की जा रही है. राज्य के अनेक चेकपोस्टों से आलू लाद कर ले जा रहे ट्रकों व लॉरियों को वापस बंगाल में ही लौटा दिया गया है. इससे नाराज प्रोग्रेसिव पोटैटो ट्रेडर्स एसोसिएशन बीते सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर चला गया है. इसके चलते बुधवार को भी सब्जी बाजार में आलू की कीमत में उछाल देखा जा रहा है. बुधवार को पूर्व बर्दवान के जमालपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न सब्जी बाजार में आपूर्ति घटने से आलू के भाव चढ़ रहे हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जमालपुर प्रखंड के विभिन्न कोल्ड स्टोरों में प्रखंड प्रशासन व पुलिस अफसरों ने छापेमारी कर आलू के स्टॉक की जांच की, सूत्रों की मानें, तो सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस समानांतर संगठन बना कर प्रोग्रेसिव पोटैटो ट्रेडर्स एसोसिएशन पर दबाव बना रही है. इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ने कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना व कृषि मंत्री प्रदीप मजूमदार को दी है. मंगलवार को विधानसभा में राज्य कैबिनेट की बैठक में आलू व्यापारियों की हड़ताल पर मंत्रणा हुई. तृणमूल को लगता है कि प्रोग्रेसिव पोटैटो ट्रेडर्स एसोसिएशन में माकपा व भाजपा के लोग हैं, जो आलू के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने की रणनीति पर चल रहे हैं. मालूम रहे कि वर्ष 2014 में भी बंगाल में आलू को लेकर ऐसी ही स्थिति बनी थी.

आलू व्यापारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से चंद्रमुखी आलू, मंडियों से लगभग नदारद हो गया है. अलबत्ता, कुछ जगहों पर ज्योति आलू उपलब्ध है, लेकिन उसे भी ऊंचे भाव पर ग्राहकों को खरीदना पड़ रहा है. बीरभूम व पश्चिम बर्दवान के पानागढ़ मेंआलू का भाव कहीं 35 रुपये तो कही 40 रुपये है. जमालपुर बाजार में ज्योति आलू का भाव 35 रुपए प्रति किलो और चंद्रमुखी आलू का भाव 40 रुपये है. बुधवार को चंद्रमुखीआलू का भाव उक्त जिलों के कई बाजारों में 40 रुपये ही रहा. बीरभूम के लगभग सभी बाजारों में सामान्य ज्योति आलू 40 रुपये से 45 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है. इससे खरीदार परेशान हैं.

आलू के भाव घटाने का दबाव डाल रही सरकार : व्यापारी

इधर, व्यापारियों की शिकायत है कि आलू की सप्लाई कम होने से भाव बढ़ाना मजबूरी है. राज्य सरकार के दबाव में कीमतें घटाने से घाटा होगा. राज्य सरकार ने बंगाल से आलू को अन्य प्रांतों में भेजने पर शिकंजा कस रखा है. हालांकि आलू को अन्य प्रांतों में भेजने पर रोक का आधिकारिक निर्देश नहीं है. बंगाल में दूसरे राज्यों से लगी सीमा पर आलू लदी गाड़ियों को रोक कर पुलिस तलाशी ले रही है. आलू लदी गाड़ियों को बंगाल से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है.

इसके खिलाफ आलू व्यापार संघ ने अनिश्चतकालीन हड़ताल कर दी है. शिकायत है कि आलू की पैदावार व सप्लाई घटने से भाव चढ़ रहे हैं. मुनाफे की उम्मीद में किसान अपने आलू को कोल्ड स्टोरे में रख रहे हैं. आलू किसानों पर भी संकट मंडरा रहा है. आलू व्यापारियों की बेमियादी हड़ताल से पूर्व बर्दवान और बीरभूम जिले के खुदरा बाजार में आलू की आपूर्ति कम हो गयी है. आलू की कीमत भी तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में आम खरीदार काफी परेशान है.

आलू व्यापारियों की हड़ताल से कोल्ड स्टोरेज मालिकों से लेकर छोटे किसानों और खुदरा आलू व्यापारियों को भी घाटा हो रहा है. रविवार से कोल्ड स्टोरेज से आलू निकलना बंद हो गया है. कोल्ड स्टोरेज से आलू खुदरा बाजार में नहीं पहुंच रहा है. लेकिन सोमवार व मंगलवार को थोक व खुदरा विक्रेताओं के पास आलू का भंडार जमा होने से स्थिति कुछ हद तक सामान्य रही. बुधवार सुबह से ही राज्य के बाजारों में आलू की कमी हो गयी है. खुदरा बाजार में आलू नहीं आने से विक्रेताओं के पास आलू का भंडार खत्म हो रहा है. इस बाबत बर्दवान दक्षिण के विधायक खोकन दास ने कहा कि मामले को लेकर कोल्ड स्टोरेज और बाजारों पर नजर रखी जा रही है.

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