पानागढ़. पश्चिम बर्दवान के कांकसा ब्लॉक के बनकाठी ग्राम पंचायत क्षेत्र में कृषि विभाग की भूमि को तृणमूल कांग्रेस नेता पर अपने नाम दर्ज कराने का आरोप लगा है. इस संबंध में बनकाठी ग्राम पंचायत की तृणमूल समर्थित प्रधान तबस्सुम खातून ने बीएलआरओ ऑफिस में शिकायत कर दी है. उसके बाद से हड़कंप मच गया है. बीएलआरओ को भेजे शिकायती-पत्र में प्रधान ने स्थानीय तृणमूल नेता बुद्धदेव राय उर्फ लालू पर कृषि विभाग की भूमि का बड़ा हिस्सा अपने नाम करने का गंभीर आरोप लगाया है. मामले को लेकर कांकसा बीएलआरओ राजीव गोस्वामी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. आरोप है कि क्षेत्र के मुखोपाध्याय परिवार ने वाममोर्चा के शासनकाल में कांकसा बनकाठी में कृषि विभाग को भूमि रजिस्ट्री कर दान कर दी थी. इस भूमि पर कृषि विभाग का कार्यालय है. क्षेत्र के लोगों को इस कार्यालय से लंबे समय से सेवाएं मिल रही हैं. करीब 18-20 साल पहले कार्यालय बंद हो गया था. तब से यह सरकारी भूमि वीरान पड़ी है. यहां कृषि विभाग के कार्यालय का कंक्रीट ढांचा आज भी देखा जा सकता है. इल्जाम है कि सरकारी भूमि तृणमूल नेता लालू राय के नाम कर दी गयी है. क्षेत्रवासियों को भी समझ नहीं आ रहा कि सरकारी भूमि निजी स्वामित्व में कैसे चली गयी. हालांकि, लोगों के मुताबिक राज्य सरकार का उसका भूमि पर कब्जा होना चाहिए. यह भूमि मुखोपाध्याय परिवार ने राज्य सरकार को दी थी. इस बाबत पूछने पर मुखोपाध्याय परिवार के एक सदस्य देवीप्रसाद मु्खर्जी ने कहा कि उनके पिता बर्दवान के रजिस्ट्री कार्यालय गये और भूमि विभाग को दान का दस्तावेज दिया. लेकिन वो भूमि अब इलाके के प्रभावशाली नेता के नाम पर दर्ज हो गयी है, वो इलाके में तृणमूल के क्षेत्रीय अध्यक्ष हैं. उनकी पत्नी बुलू राय पंचायत समिति की सदस्य हैं. इन आरोपों को नकारते हुए तृणमूल नेता बुद्धदेव राय ने कहा कि यह सब उन्हें फंसाने की राजनीतिक साजिश है. भूमि के स्वामित्व परिवर्तन के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है. कांकसा पंचायत समिति के अध्यक्ष भवानीप्रसाद भट्टाचार्य व कांकसा बीएलआरओ ने भी मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है. घटना को लेकर कांकसा ब्लॉक तृणमूल में फिर खलबली मच गयी है.
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