कोलकाता. राज्यपाल सीवी आनंद बोस लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत शुक्रवार को राज्य के तीन लोकसभा क्षेत्रों में हुए मतदान के दौरान यहां राजभवन के ‘शांति कक्ष’ से कड़ी नजर रखी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. डॉ बोस ने शुक्रवार की सुबह तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में स्वतंत्र व शांतिपूर्ण मतदान के लिए कालीघाट मंदिर में प्रार्थना की. अधिकारी ने बताया कि बोस ‘शांति कक्ष’ से चुनाव संबंधी स्थिति की ‘निगरानी’ किये. उन्होंने कहा कि राजभवन ‘शांति कक्ष’ को मिलीं शिकायतों को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआइ) को तुरंत भेजा दिया. डॉ बोस ने संवाददाताओं से कहा : मैं राज्यपाल के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करूंगा. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी ईसीआइ की है. राजभवन के अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को सुबह से ही एक के बाद एक शिकायतें आने लगीं, जिनमें मतदाताओं को मतदान केंद्र जाने में बाधा डाले जाने के आरोपों से लेकर इवीएम से छेड़छाड़ की शिकायतें शामिल हैं.
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने बंगाल के राज्यपाल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि डॉ बोस ‘शांति कक्ष’ के नाम पर चुनाव के समय ‘तृणमूल कांग्रेस विरोधी अभियान’ चला रहे हैं. श्री घोष ने कहा कि राज्यपाल चुनाव निकाय के अधिकारी नहीं हैं. उन्होंने उत्तर बंगाल के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावी कार्यवाही की निगरानी करने के बोस के प्राधिकार पर सवाल उठाया. राज्य में कूचबिहार, अलीपुरदुआर और जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान हुआ.