नबान्न भेजी गयी फाइल, अखिल गिरि का इस्तीफा भी किया मंजूर
संवाददाता, कोलकातादो सप्ताह बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कैबिनेट विस्तार की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिये. राजभवन सूत्रों के अनुसार मंगलवार को उनके हस्ताक्षर के बाद फाइल नबान्न भेज दी गयी. कारा मंत्री अखिल गिरि ने सोमवार को मुख्य सचिव बीपी गोपालिका को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. उस फाइल को भी मंजूरी के लिए राजभवन भेजा गया था. राज्यपाल ने नबान्न द्वारा भेजे गये इस्तीफे को भी मंजूरी दे दी.गौरतलब है कि नये विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर राजभवन और नबान्न के बीच दूरियां पैदा हो गयीं. सबसे पहले, बरानगर की विधायक सायंतिका बनर्जी और भगवानपुर के विधायक रेयात हुसैन सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी और राज्यपाल बोस के बीच तीखी नोकझोंक हुई. राज्यपाल खुद राजभवन में विधायकों को शपथ दिलाना चाहते थे, लेकिन विधायकों और राज्य सरकार की आपत्तियों पर राज्यपाल ने आखिरकार उपसभापति आशीष बनर्जी को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी. विधायकों को शपथ दिलाने के लिए विशेष सत्र बुलाया गया था. इसके बाद बागदा, रायगंज, राणाघाट दक्षिण और मानिकतला उपचुनाव में भी तृणमूल को जीत मिली. नबन्न-राजभवन भी उन विधायकों की शपथ को लेकर जूझ रहा है. ऐसे में हाल ही में संपन्न विधानसभा सत्र में स्पीकर बिमान बनर्जी ने सीधे तौर पर चार विधेयकों को शपथ दिलायी. हालांकि इससे पहले, राज्य ने राजभवन को पत्र लिखकर इस संबंध में पहल करने को कहा था. इन दोनों घटनाओं ने राजभवन और नबान्न के बीच दूरियां बढ़ा दीं. इस बीच, कैबिनेट विस्तार की फाइल राजभवन पहुंच गयी है, लेकिन आरोप है कि राज्यपाल इस पर सहमत नहीं हुए. उस समय वह अपने राज्य केरल गये थे. राजभवन के एक सूत्र ने बताया कि वह कोलकाता राजभवन नहीं लौट सके, क्योंकि उन्होंने वहां वायनाड के दुर्घटनास्थल का दौरा किया था, इसलिए कैबिनेट विस्तार की फाइल को मंजूरी देने में देरी का दावा किया जा रहा है. आखिरी बार राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार अगस्त 2022 में हुआ था. उस समय आठ नये विधायक मंत्री बने थे. कार्यवाहक गवर्नर ला गणेशन ने उन्हें शपथ दिलायी थी. बोस ने कलकत्ता लौटने पर कैबिनेट विस्तार फाइल पर हस्ताक्षर किये. अब नजर इस पर है कि कैबिनेट विस्तार की तारीख कब तय होती है, क्योंकि जेल में बंद होने के कारण ज्योतिप्रिय मल्लिक को कैबिनेट से हटा दिया गया है. सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक बैरकपुर से जीत कर सांसद बने हैं. वहीं, पार्टी के निर्देश पर मंत्री अखिल गिरि ने भी इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में इन तीन मंत्रियों की जगह तीन विधायकों को कैबिनेट में शामिल करना तय माना जा रहा है. इस सूची में एक ऐसे विधायक का नाम सुनने को मिल रहा है, जो लोकसभा चुनाव लड़ कर हार चुके हैं. माना जा रहा है कि हाल ही में संपन्न उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले दो मतुआ विधायकों में से किसी एक को चुना जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है