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पश्चिम बंगाल के बर्नपुर में बुधवार (17 अप्रैल) को हीरापुर थाने की पुलिस ने रांची की रहने वाली गुमशुदा गुंजन मिश्रा (32) को उसके पति कुमार गौरव मिश्रा को सौंप दिया.
गुंजन मिश्रा 13 मार्च को कोर्ट मोड़ के पास बेहोश मिली
बताया गया कि 13 मार्च को हीरापुर थाना पुलिस गुंजन मिश्रा को कोर्ट मोड़ इलाके से बेहोशी की हालत में थाने ले आयी थी. महिला ने पुलिस को बताया कि वह 3 दिन से भूखी थी. पुलिस ने उसे भोजन कराया, लेकिन मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से महिला अपने बारे में पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं दे पायी.
पुलिस ने गुंजन मिश्रा को चैरिटेबल मिशनरी में भर्ती कराया
गुंजन मिश्रा का स्वास्थ्य भी काफी बिगड़ गया था. इसलिए पुलिस ने उसे बीसी कॉलेज के पास चैरिटेबल मिशनरी में भर्ती कराया. वहां एक माह तक महिला का इलाज चला. उस दौरान बीच-बीच में पुलिस उसका हालचाल लेती रही.
गुंजन को मनोरोगी बता उसे अपनाने में कर रहा था आनाकानी
सेहत में सुधार होने पर महिला ने अपने घर वालों के बारे में पुलिस को बताया. उसने बताया कि उसके पति झारखंड की राजधानी रांची में रहते हैं. इसके बाद हीरापुर थाने की पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क कर गुंजन को ले जाने के लिए बर्नपुर बुलाया. उसका पति उसे मनोरोगी बताकर आने में आनाकानी कर रहा था.
मृत शिशु को जन्म देने के बाद से गुंजन की मानसिक स्थिति थी खराब
पुलिस ने जब सख्ती की, तो वह बर्नपुर आया और जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करके अपनी पत्नी को अपने साथ ले गया. बता दें कि गुंजन मिश्रा के पति गौरव मिश्रा रांची में पुजारी हैं. कुछ माह गुंजन ने एक मृत शिशु को जन्म दिया था. तब से उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गयी थी.
रिश्तेदारों के तानों से तंग आकर औरंगाबाद से भागी महिला
पति ने उसे औरंगाबाद उसकी नानी के घर पहुंचा दिया था. नानी के घर में परिजनों के तानों से तंग आकर गुंजन वहां से भाग निकली. उसने रांची अपने पति के पास जाने के लिए ट्रेन पकड़ी, लेकिन गलती से आसनसोल स्टेशन पर उतर गयी.
आसनसोल स्टेशन पर उतरकर अपने पति को तलाशने लगी गुंजन
स्टेशन पर उतरकर वह अपने पति गौरव को खोजने लगी. दो दिनों तक आसनसोल में भटकने के बाद वह कोर्ट मोड़ के पास पहुंची और बेहोश होकर गिर पड़ी. स्थानीय लोगों ने पुलिस को महिला के बारे में सूचना दी, तो पुलिस उसे थाने ले आई और बाद में अस्पताल में भर्ती कराया.
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