गंगाजल घाटी इलाके में हाथी के तांडव से घर को हुआ भारी नुकसान
देर रात भोजन की तलाश में एक जंगली हाथी गांव में घुस आया और एक व्यक्ति के घर में तोड़फोड़ कर सारा सामान तहस-नहस कर दिया.
प्रतिनिधि, बांकुड़ा. देर रात भोजन की तलाश में एक जंगली हाथी गांव में घुस आया और एक व्यक्ति के घर में तोड़फोड़ कर सारा सामान तहस-नहस कर दिया. यह घटना है उत्तरी बांकुड़ा वन प्रभाग के गंगाजलघाटी रेंज क्षेत्र के पाबराडीही गांव की. हाथी ने गांव के निवासी उज्ज्वल घोष के घर की दीवार का एक हिस्सा तोड़ दिया. दीवार के बगल में एक मोटरसाइकिल और छह प्लास्टिक की कुर्सियां थीं. दीवारें ढहते ही वे भी ढह गईं. हांथी ने घर में रखे चार बोरे चावल निकाले और आंगन में खड़े होकर चटकर गया. साथ ही घर के बगल में उगी सब्जियां भी खाता रहा और उन्हें अपने पैरों से रौंदता रहा. उज्जवल घोष के भतीजे अभिजीत घोष ने कहा कि देर रात जब हाथी घुसा तो उन्हें इसका अहसास हुआ. उन्हें लगा कोई चोर घुस आया है. लेकिन जैसे ही घर की दीवार गिरी तो उन्हें एहसास हुआ कि जंगल हाथी आ गया है. वे डर के मारे सब कुछ देखते रहे. दीवार के टूटे हुए हिस्से के बगल में एक मोटरसाइकिल और प्लास्टिक की कुर्सियां थीं. अभिजीत घोष ने कहा कि उसके चाचा गरीब आदमी हैं. अगर उन्हें सरकारी मदद नहीं मिली तो इस मानसून में अपने घर की मरम्मत भी नहीं करा पायेंगे. इस दौरान संग्रामी गणमंच के जिला सचिव शुभ्रांशु मुखर्जी ने कहा कि वन विभाग जिले के गरीबों की खेती और संसाधनों को हाथियों के हमले से बचाने में सक्षम नहीं है. साथ ही उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. वे चाहते कि टूटे मकान को वन विभाग को मरम्मत करा दे और बाइक व कुर्सियां खरीद लाकर देय. गंगाजलघाटी के रेंज अधिकारी ने बताया कि विशिष्ट प्रपत्र में आवेदन करने पर मुआवजा दिया जायेगा. वन विभाग के अनुसार, बाराजोरा रेंज के सहरजोरा जंगल में चार और दक्षिण सरगरा में दो हाथी हैं. एक हाथी ने समूह से अलग होकर पबराडीही गांव के उज्जल घोष के घर पर हमला कर दिया. हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
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