सिक्किम में भारी बारिश, उत्तर बंगाल के कई जिलों में अलर्ट
बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया है
कोलकाता. उत्तर पूर्व क्षेत्र में स्थित पड़ोसी राज्य सिक्किम में लगातार बारिश के कारण तबाही और तीस्ता नदी के उफान से पश्चिम बंगाल सिंचाई विभाग ने राज्य के उत्तर हिस्से में स्थित जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है. यह जानकारी शुक्रवार को राज्य के सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने दी. उन्होंने कहा कि बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया है और इसके कारण जलपाईगुड़ी जिले में तीस्ता के दोनों ओर के इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. गौरतलब है कि तीस्ता राज्य की प्रमुख नदियों में से एक है और जलपाईगुड़ी जिला इस नदी के बाढ़ क्षेत्र में आता है. जिले के गाजोलडोबा में नदी पर एक बैराज बनाया गया है. पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिले सिक्किम की सीमा से सटे हैं, जहां गुरुवार को बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने तबाही मचायी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गयी. अधिकारी ने बताया कि सिक्किम में बैराजों से पानी छोड़ने के कारण तीस्ता का जलस्तर बढ़ रहा है. इस दौरान अलर्ट जारी कर दिया गया है. तीस्ता का पानी तेजी के साथ नीचे की ओर आ रहा है और हमने सभी एहतियाती कदम उठाये हैं. सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं. उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन तीस्ता के समीप रहने वाले लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने का अनुरोध कर रहा है. उन्होंने बताया कि मछुआरों को नदी में न जाने की सलाह दी गयी है. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर तीस्ता नदी लगभग उपनगरों में घुस रही है. पहाड़ों से इतना पानी बहकर आ रहा है कि बैराज के लिए उसे रोक पाना संभव नहीं है. इसके परिणामस्वरूप समतल भूमि प्रभावित होगी. सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गये ग्रामीण उन्होंने कहा कि नावों से लेकर बचाव उपकरणों तक सब कुछ तैयार रखा गया है. स्थानीय लोगों को नदी के किनारे वाले स्थान खाली करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को एक उप जिलाधिकारी जलढाका नदी की बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के लिए मयनागुड़ी गये थे. उन्होंने बताया कि प्रशासन ओडलाबाड़ी ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है. पड़ोसी राज्य सिक्किम में गुरुवार को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से मंगन जिले में भारी तबाही हुई, जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गयी और 1500 से अधिक पर्यटक फंस गये हैं. बताया गया है कि संगकालांग में नवनिर्मित बेली पुल ढह गया, जिससे मंगन से दजोंग और चुंगथांग के बीच संपर्क टूट गया. भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गयीं और कई घर जलमग्न व क्षतिग्रस्त हो गये, जबकि बिजली के खंभे भी बह गये. सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मौके पर निरीक्षण के लिए भेजा गया है. जलपाईगुड़ी सदर उप मंडल कार्यालय के एक अधिकारी से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि सभी ब्लॉकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है