बैरकपुर में तृणमूल पार्षद व एसआइ में हुई थी मारपीट

त्तर 24 परगना के बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के ट्रैफिक विभाग के एक एसआइ के साथ तृणमूल पार्षद और उनके बेटे समेत कुछ समर्थकों के बीच हुई मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 1:33 AM

संवाददाता, बैरकपुर उत्तर 24 परगना के बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के ट्रैफिक विभाग के एक एसआइ के साथ तृणमूल पार्षद और उनके बेटे समेत कुछ समर्थकों के बीच हुई मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. हालांकि प्रभात खबर ने इस वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं की है. भाजपा नेता कौस्तव बागची ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर लिखा है कि बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के ट्रैफिक विभाग में कार्यरत एसआइ ओंकार बंद्योपाध्याय को गत 30 अप्रैल की रात बैरकपुर नगरपालिका के 20 नंबर वार्ड के पार्षद रमेश साव और उनके बेटे विमल साव के नेतृत्व में 20-25 लोगों ने ओंकार बंद्योपाध्याय के घर पर हमला करते हुए गाली-गलौज की थी और पुलिस अधिकारी ओंकार बनर्जी के साथ मारपीट की थी. इतने दिनों बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. पुलिस से उन्होंने कार्रवाई का अनुरोध किया है. इससे जुड़े उन्होंने कई सारे वीडियो पोस्ट किये हैं. साथ ही उन्होंने कहा है कि विरोधी लोग सुरक्षित नहीं है. आम लोग सुरक्षित नहीं है, ऐसा दुर्भाग्य है कि इस राज्य में पुलिस भी सुरक्षित नहीं है. पुलिस प्रशासन को अपने जवान को न्याय दिलाना चाहिए. क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के सीपी आलोक राजोरिया ने साफ तौर पर कहा कि यह घटना गत 30 अप्रैल की है. इसमें कोई भी पुलिस अधिकारी के साथ ऑन ड्यूटी किसी के साथ कोई विवाद नहीं हुआ था. उक्त पुलिस अधिकारी एसआइ ट्रैफिक विभाग में कार्यरत हैं. उनका पर्सनल घर है. वहां पर नगरपालिका की ओर से कूड़ेदान रखा गया था. किसी कारणवश उसने वहां से हटा दिया था. इसके बाद नगरपालिका के लोग गये और उसे लेकर ही दोनों तरफ से वाद-विवाद हुआ. दोनों तरफ से एक-दूसरे को धक्का दिया गया था. बाद में दोनों ने विवाद को आपस में ही सुलझा लिया, लेकिन अब किसी ने सोशल मीडिया में डालकर पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की है. पहले एसआइ व उनके परिजनों ने किया हमला इधर, तृणमूल पार्षद रमेश साव का दावा है कि चुनाव से पहले की बात है. तृणमूल के लड़के इलाके में बैनर लगा रहे थे. इसी दौरान नगरपालिका की जमीन पर ही एक जगह बैनर लगा रहे थे, उस दौरान वह वहां एक कूड़ेदान के मामले को लेकर गये थे. वहां पास में ही तृणमूल समर्थक बैनर लगा रहे थे. इसी दौरान एक जगह बैनर लगाते समय उक्त एसआइ की पत्नी ने घर से निकल कर विरोध किया था. उनके परिजन भी आकर विरोध करते हुए गाली-गलौज करने लगे, जबकि वह उनकी जमीन नहीं थी. कूड़ेदान नगरपालिका की जमीन पर रखा गया था. फिर मेरे बेटे को और मुझको गाली देने लगीं. विरोध करने पर अपने पति एसआइ को फोन कर बुलाया और उक्त पुलिस अधिकारी ने आते ही मेरे बेटे पर और मुझ पर हेलमेट से हमला कर दिया. पुलिस अधिकारी के परिजनों के हाथ में रॉड और पहसुल भी था.

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