राम कुमार, आसनसोल. रेलवे कर्मचारियों को अपने आवास की मरम्मत कराने के लिए दरदर भटकने की जरूरत नहीं होगी. रेलवे कर्मचारियों के क्वार्टर की मरम्मत के लिए रेलवे बोर्ड की ओर से एक ऐप चालू किया जा रहा है. आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक चेतनानंद सिंह ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों को क्वार्टर की समस्या बहुत ज्यादा हो रही थी.
क्वार्टर की रिपेयरिंग व मेनटेनेंस के संबंध में कई कर्मचारी शिकायत भी करते थे. लेकिन उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं हो रहा था. इसे देखते हुए रेलवे बोर्ड ने अब एक नया ऐप लांच किया है. जिसका नाम बिल्डर मेंटेनेंस सिस्टम है. इस ऐप के माध्यम से अब आवास की मरम्मत की शिकायत दर्ज करायी जायेगी. इस ऐप को को मंडल रेल प्रबंधक चेतनानंद सिंह भी देखेंगे कि रेल कर्मचारियों की आवास की समस्या को लेकर कितनी शिकायतें दर्ज हुई हैं और कितना काम हुआ है. इसकी मंडल रेल प्रबंधक अब निगरानी करेंगे. अब रेल कर्मचारियों को आवास की मरम्मत की चिंता नहीं करनी होगी. श्री सिंह ने बताया कि इसे जल्दी चालू किया जाएगा अभी इसकी ट्रायल किया जा रहा है. रेलवे कर्मचारियों की आम शिकायत रहती है कि उनके आवास व क्वार्टर की छत खराब है या फर्श व दरवाजे टूटे हैं. इन सभी समस्याओं को ठीक करने के लिए रेलवे कर्मचारियों को दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. रेलवे कर्मचारी अपने क्वार्टर व आवास को ठीक कराने के लिए ऐप की मदद लेंगे. ऐप पर कर्मचारी अपने मकान को सुधारने की शिकायत दर्ज करा सकेंगे. ऐप में शिकायत दर्ज होने के बाद रेल विभाग तुरंत इसका संज्ञान लेगा.आसनसोल रेल मंडल में रेलवे कर्मियों के सामने जर्जर क्वार्टर व आवास की समस्या है. कर्मियों की मानें तो इंजीनियरिंग विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर (वर्क्स) के यहां शिकायत दर्ज कराने के बाद महीनों तक समस्या का समाधान नहीं हो पाता. हल्की रिपेयरिंग के काम हो जाते हैं. लेकिन हेवी रिपेयरिंग वाले मकानों के लिए कर्मचारी तरसते रहते हैं.
रेलवे कर्मियों की सुविधा के लिए ऐप लांच
लंबे समय से चली आ रही क्वार्टरों की समस्या को सुलझाने के लिए मंत्रालय ने नयी पहल की है. इसके लिए रेलवे बिल्डिंग मेनटेनेंस सिस्टम (आरबीएमएस) ऐप लांच किया गया है. ऐप पर शिकायत व रजिस्टर कर रेलकर्मियों अपने आवास की मरम्मत व सुधार करा सकेंगे. इस ऐप पर रेल कर्मचारी अपना मकान, रेलवे बिल्डिंग, कार्यालय की समस्याएं दर्ज करायेंगे. रेलवे बोर्ड के अनुसार आइआर-बीएसआइएस (बिल्डिंग स्ट्रक्चर इनफार्मेशन सिस्टम) पर कर्मचारी को अपने नाम आवंटित मकान का ब्योरा दर्ज करना होगा. इसके बाद उसकी समस्या का समाधान हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है