पड़ोसी देश में व्यापक हिंसा का असर
एजेंसियां, जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी जिले में भारत के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुधवार को सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक एकत्र हुए और दावा किया कि उनके देश में उन पर हमले हो रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि यह घटना झापोर्टला सीमा चौकी क्षेत्र में दक्षिण बेरुबारी गांव के पास हुई. उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बल ‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश’ (बीजीबी) बाद में उन्हें वापस ले गया. उन्होंने कहा कि ये लोग बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले के पांच गांवों के थे, जिसकी सीमा जलपाईगुड़ी से लगती है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारी ने कहा: बांग्लादेशी सीमा पर एकत्र हुए थे, लेकिन सीमा पूरी तरह सील होने के कारण कोई भी भारत में प्रवेश नहीं कर सका. बाद में बीजीबी उन्हें वापस ले गया. इस संबंध में एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि कंटीले तारों के पार इकट्ठा हुए लोग अंदर आने देने की गुहार लगा रहे थे. व्यक्ति ने कहा: लेकिन हम असहाय हैं. उन्होंने (बांग्लादेशियों) अपने भयावह अनुभव बताये. भीषण हिंसा के चलते शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद छोड़ने और भागने के लिए मजबूर होने के बाद बांग्लादेश में अनिश्चितता का माहौल है. बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद भंग कर दी और नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया. देखें पेज 08 व 12 भीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है