ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रहूंगा, मुझे दी जाये जमानत : मणिक

चिकित्सकों ने कहा कि ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रहूंगा, इसलिए मुझे जमानत दी जाये. शिक्षक नियुक्ति घोटाले में प्राथमिक शिक्षा पर्षद के पूर्व चेयरमैन माणिक भट्टाचार्य ने गुरुवार को हाइकोर्ट में ये बातें कहीं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2024 1:04 AM

कोलकाता. चिकित्सकों ने कहा कि ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रहूंगा, इसलिए मुझे जमानत दी जाये. शिक्षक नियुक्ति घोटाले में प्राथमिक शिक्षा पर्षद के पूर्व चेयरमैन माणिक भट्टाचार्य ने गुरुवार को हाइकोर्ट में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि 2016 में उनका ऑपरेशन हुआ था. उस समय चिकित्सकों ने कहा था कि अधिक से अधिक 10 साल वह जीवित रह सकते हैं. चिकित्सा संबंधित सारे दस्तावेज उनके पास हैं. डॉक्टरों के मुताबिक 2026 तक ही वह जीवित रह सकते हैं. इस बीच, लगभग दो साल वह जेल में काट चुके हैं. अब उन्हें जमानत दी जाये. उनकी इस अर्जी पर न्यायाधीश ने इडी से पूछा कि माणिक को क्यों अब तक अटका कर रखा गया है. न्यायाधीश शुभ्रा घोष की अदालत में शुक्रवार को इस सवाल पर इडी अपना पक्ष रखेगा. इससे पूर्व, सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें जमानत नहीं मिली थी. सुप्रीम कोर्ट ने मामले को लेकर हाइकोर्ट में आवेदन करने को कहा था. इसे लेकर माणिक भट्टाचार्य ने हाइकोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी थी. उन्होंने किसी वकील को नहीं रखा था. खुद ही अदालत में उन्होंने अपना पक्ष रखा था. जमानत देने को लेकर सवाल करते समय वह बार-बार रोते हुए देखे गये. सवाल करते हुए एक उदाहरण देते हुए उन्होंने खुद को बंदर भी कह दिया. न्यायाधीश ने इडी से पूछा कि क्या उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती है. इडी के वकील ने कहा कि माणिक के मामले में जवाब देने के लिए कम से कम दो दिन का समय लगेगा. घोटाले में वह आरोपी हैं. उनके खिलाफ अवैध रूप से लेनदेन का आरोप है. कानून के मुताबिक ही उन्हें रोक कर रखा गया है. शुक्रवार को मामले की फिर सुनवाई होगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version