किताब के नाम पर दिल्ली से रेलवे में बुकिंग करके आता है अवैध टिकट

अवैध लॉटरी कारोबार का गढ़ बन गया है शिल्पांचल

By Prabhat Khabar News Desk | July 27, 2024 1:27 AM

आसनसोल. शिल्पांचल का क्षेत्र अवैध लॉटरी कारोबार का गढ़ बन गया है. 90 लाख रुपये मूल्य के लॉटरी के अवैध टिकटों के साथ गिरफ्तार रेलपार आसनसोल निवासी राजन रजक और मुर्गासोल गुरुद्वारा आसनसोल इलाके के निवासी चंदन साव ने पुलिस को चौंकाने वाले तथ्य बताये. उन्होंने बताया कि किताब के नाम पर लॉटरी का फर्जी टिकट रेलवे पार्सल में बुक होकर आसनसोल में आता है. जिसे वे लोग विभिन्न जगहों पर पहुंचाने का कार्य करते हैं. इससे पहले भी कई बार बोरों में वे फर्जी टिकटों को विभिन्न जगहों पर डिलीवर कर चुके हैं. इस बार यह पांडवेश्वर में करना था. नौ बोरों में 10 रुपये मूल्य के नौ लाख डियर लॉटरी के फर्जी टिकट थे. जिसकी कीमत 90 लाख रुपये है. आरोपियों ने बताया कि आसनसोल रेलवे स्टेशन से नौ बोरों में भरे टिकटों को उन्होंने अपनी गाड़ी में लोड किया. लेकिन उनके पास से पुलिस को रेलवे पार्सल का कोई कागजात नहीं मिला है. जिसके उपरांत पुलिस इस मामले में गहराई से जांच में जुटी है. जिसके पास डिलीवरी करना था, वह व्यक्ति पुलिस के लिए सबसे अहम हो गया है. पूरी कहानी वही बता पायेगा कि कहां से कैसे टिकट आ रहा है? इसमें कौन-कौन शामिल है? इन टिकटों की सप्लाई वह कहां-कहां कर रहा था? पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) ध्रुव दास ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है. जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा होगा. रेलवे सूत्रों के अनुसार नौ बोरों में कागज पार्सल में ही बुक होकर आया है. गौरतलब है कि शिल्पांचल में अवैध लॉटरी कारोबार को लेकर जामुड़िया, आसनसोल, पांडवेश्वर में बड़ी कार्रवाई इससे पहले हुई है. उस दौरान यह खुलासा हुआ था कि धनबाद (झारखंड) जिला के निरसा इलाके में स्थित किसी प्रेस में लॉटरी की अवैध टिकटें छपकर यहां आती हैं. दो दर्जन लोग गिरफ्तार हुए थे और लाखों रुपये के अवैध टिकट बरामद हुए थे. रविवार को आसनसोल साउथ थाने की पुलिस में लॉटरी के नौ लाख फर्जी टिकटों को गाड़ी में ले जा रहे उक्त दोनों लोगों को पकड़ा. प्राथमिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि पांडवेश्वर में टिकटों की डिलीवरी करनी है. जिसे डिलीवरी करनी थी, उसका नाम और पता भी बताया. पुलिस उसतक जबतक पहुंचती वह फरार हो गया. इन अवैध टिकटों की बिक्री से सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है. लोग जमकर इसपर पैसे भी लगाते हैं. पुलिस के दबिश के बावजूद यह अवैध कारोबार खत्म होने की बजाय और फलफूल रहा है. टिकटों की सप्लाई अब दिल्ली से होने लगी है. इसमें कई बड़ी बड़ी हस्तियों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version