लोकसभा चुनाव के परिणाम की समीक्षा के लिए भाजपा की महत्वपूर्ण बैठक आज

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पश्चिम बंगाल में आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिला.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 11:25 PM

कोलकाता. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पश्चिम बंगाल में आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिला. भाजपा ने इस बार यहां से कम से कम 30 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था, लेकिन वह 12 पर ही सिमट कर रह गयी, जोकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की 18 सीटों से भी छह कम है. इसे लेकर ही प्रदेश भाजपा में हंगामा मचा हुआ है. लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद शनिवार को भारतीय जनता पार्टी यहां महत्वपूर्ण बैठक करने जा रही है, जिसमें पार्टी की ओर से बंगाल के लिए बनायी गयी कोर कमेटी के सभी 24 सदस्य शामिल होंगे. उन सदस्यों में बंगाल भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के अलावा दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव के बाद ऐसा पहली बार होगा, जब शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष एक साथ मंच साझा करेंगे, क्योंकि चुनाव में दिलीप घोष की पारंपरिक सीट बदले जाने को लेकर शुभेंदु अधिकारी से मनमुटाव चल रहा है. भाजपा सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार अभी भी दिल्ली में हैं. हालांकि, उनका शनिवार शाम से पहले कोलकाता लौटने का कार्यक्रम है और उम्मीद है कि वह भी इस बैठक में शामिल होंगे. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद, प्रदेश भाजपा के एक गुट ने शुभेंदु अधिकारी पर अंगुली उठायी है. वहीं, सीधे तौर पर नाम लिये बिना दिलीप घोष ने भी साफ कर दिया है कि अगर उन्हें मेदिनीपुर सीट से ही चुनाव लड़ने दिया जाता, तो वह वहां जीत सकते थे. उन्होंने केंद्रीय नेताओं को भी यही प्रस्ताव दिया था, लेकिन प्रदेश के कुछ नेताओं की वजह से उनकी सीट बदल दी गयी. दिलीप घोष ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि हर कोई जानता है कि मुझे मेदिनीपुर से डंडे के बल पर हटाया गया था. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ एक साजिश थी. हालांकि, दिलीप घोष ने सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिया. लेकिन कहा : मैं हारा नहीं. भाजपा हार गयी और उनके हारने से मेदिनीपुर सीट भी हाथ से चली गयी. इसी बीच, शनिवार को होने वाली बैठक में देखना होगा कि दोनों नेता इसमें शामिल होते हैं या नहीं. हालांकि, ऐसी बैठकों में शुभेंदु अधिकारी की अनुपस्थिति की मिसालें मौजूद हैं. हालांकि, प्रदेश भाजपा नेतृत्व को लगता है कि दोनों नेता इस बैठक में शामिल होंगे, क्योंकि दोनों ही अनुभवी राजनेता हैं. चुनावी हार के बाद जो अन्य पार्टियों के साथ होता है, वही अब भाजपा के साथ हो रहा है. हर कोई दूसरे पक्ष पर आरोप लगा रहा है. कई लोग केंद्रीय नेतृत्व पर भी आरोप लगा रहे हैं. क्योंकि वे शुभेंदु अधिकारी की बातों पर ज्यादा ””””भरोसा”””” करते थे. बिष्णुपुर सीट से जीतने वाले सौमित्र खां ने राज्य स्तर पर अनुभवी नेताओं की कमी होने की बात कही थी. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों का तृणमूल के साथ समझौता हो सकता है. बताया गया है कि बैठक में प्रदेश भाजपा प्रभारी केंद्रीय नेता सुनील बंसल, मंगल पांडेय, अमित मालवीय और आशा लाकड़ा के भी शामिल होने की उम्मीद है.

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