Teacher Appointment Scam : अब पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के खिलाफ आयकर विभाग का बड़ा एक्शन
Teacher Appointment Scam : आयकर विभाग सूत्रों के अनुसार, जांच में दोनों के नाम पर आयकर अधिकारियों को अब तक 16 जगहों पर संपत्तियों का पता चला है. पार्थ व अर्पिता से इन संपत्तियों को बनाने के लिए रुपये कहां से आये, उनकी आमदनी का स्रोत क्या था, इस सवाल का दोनों ही सटीक जवाब नहीं दे सके.
Teacher Appointment Scam : पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति घोटाले (Teacher Appointment Scam) में राज्य के पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी की मुश्किलें अब और बढ़ने जा रही हैं. केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी और सीबीआई के बाद अब उनकी संपत्तियां आयकर विभाग की जांच के दायरे में हैं. आयकर विभाग ने पार्थ और अर्पिता की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. फिलहाल पार्थ और अर्पिता, दोनों ही जेल में हैं. आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक अदालत से अनुमति लेने के बाद अलग-अलग समय पर दोनों से ही जेल में कई बार पूछताछ की गयी. इस दौरान उनकी संपत्ति और आमदनी के स्रोत जानने की कोशिश की गयी.
16 जगहों पर है करोड़ों की संपत्ति
आयकर विभाग सूत्रों के अनुसार, जांच में दोनों के नाम पर आयकर अधिकारियों को अब तक 16 जगहों पर संपत्तियों का पता चला है. पार्थ व अर्पिता से इन संपत्तियों को बनाने के लिए रुपये कहां से आये, उनकी आमदनी का स्रोत क्या था, इस सवाल का दोनों ही सटीक जवाब नहीं दे सके. इसके बाद इन संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी की जा रही है.गौरतलब है कि पार्थ और अर्पिता, दोनों ही शिक्षक नियुक्ति घोटाले में लंबे समय से जेल में हैं. दोनों को ईडी ने गिरफ्तार किया था. उस समय अर्पिता मुखर्जी के घर से करोड़ों रुपये मिले थे. इसके अलावा बड़ी संख्या में आभूषण भी बरामद किये गये थे. बाद में पार्थ ने साफ किया था कि अर्पिता के घर से बरामद संपत्ति उनकी नहीं है.
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शिक्षक भर्ती मामले में जांच अभी भी है जारी
शिक्षक मामले में केन्द्रीय एजेंसियों की जांच अब भी जारी है. कई गिरफ्तारियां हो चुकी है कई बाकी है. अदालत से लेकर सीबीआई तक हर कोई शिक्षक भर्ती मामले के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटा हुआ है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है. अब भी कई पहलूओं का सामने आना बाकी है. हालांकि अर्पिता मुखर्जी को शुरु से ही पार्थ चटर्जी का बेहद करीबी माना जाता रहा है. ऐसे में एक बार फिर कई पहलूओं का उभर कर सामनश् आना बाकी है.