पश्चिम बंगाल: जवान ने परिजनों से पैसे ऐंठने के लिए रची अपने अपहरण की झूठी कहानी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अरुण के परिजनों ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वह 12 अगस्त को शारीरिक जांच के लिए कोलकाता स्थित कमांड हॉस्पिटल गया था.
भारतीय सेना के एक जवान पर अपने अपहरण की झूठी कहानी बना अपने परिजनों से पैसे ऐंठने की कोशिश करने का आरोप लगा है. उसका नाम अरुण गुलेरिया (35) बताया जा रहा है. वह अरुणाचल प्रदेश की 20 सिख रेजिमेंट में रसोइये के पद पर है. बताया जा रहा है कि रुपये की कमी होने के कारण उसने यह साजिश रची थी. पुलिस का कहना है कि आरोपी जवान को भारतीय सेना के हवाले कर दिया जायेगा.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अरुण के परिजनों ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वह 12 अगस्त को शारीरिक जांच के लिए कोलकाता स्थित कमांड हॉस्पिटल गया था. इसके बाद अपने घरवालों को फोन कर कहा कि किसी ने अस्पताल के निकट से रविवार शाम को उसका अपहरण कर लिया और 40 हजार रुपये फिरौती मांग रहे हैं. उसने अपहरणकर्ताओं को रुपये देकर उसे मुक्त कराने को कहा. इसके बाद परिजनों पुलिस को घटना की जानकारी दी. लालबाजार के एआरएस की टीम ने मामले की जांच शुरू की. इस अरुण के मोबाइल का टावर लोकेशन अंतिम बार न्यू मार्केट के एक होटल के आसपास पाया गया.
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) शंखशुभ्र चक्रवर्ती ने बताया कि न्यू मार्केट में जहां उसके मोबाइल के टावर का लोकेशन पाया गया था, उसके आसपास रफी अहमद किदवई रोड में स्थित कुछ होटलों की जांच करने पर एक होटल में जवान के होने का पता चला.
वह होटल के कमरे में आराम फरमा रहा था. उसे हिरासत में ले लिया गया. प्राथमिक पूछताछ में जवान ने बताया कि उसे रुपये की सख्त जरूरत थी. पैसे पाने के लिए ही उसने यह साजिश रची. वह कमांड अस्पताल से निकलकर न्यू मार्केट स्थित होटल में आकर ठहर गया. परिजनों से रुपये एठने के लिए खुद के अपहरण का नाटक किया. आरोपी जवान को सेना के हवाले करने की प्रक्रिया न्यू मार्केट थाने की पुलिस की तरफ से शुरू कर दी गयी है.