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लू के कारण 60 प्रतिशत तक प्रभावित हुई माल ढुलाई

महानगर सहित पूरे देश में भीषण गर्मी व लू का कहर देखने को मिल रहा है. अप्रैल व मई के महीने में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं और इसका असर देश के लॉजिस्टिक व ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी पड़ा है. लॉजिस्टिक व ऑटोमोबाइल सेक्टर को लेकर 'श्रीराम मोबिलिटी बुलेटिन' जारी की गयी है. बुलेटिन में मई महीने के ऑटोमोबाइल की बिक्री और रेंटल सर्विस के कई आंकड़े एकत्र किये गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 8, 2024 10:32 PM

कोलकाता.

महानगर सहित पूरे देश में भीषण गर्मी व लू का कहर देखने को मिल रहा है. अप्रैल व मई के महीने में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं और इसका असर देश के लॉजिस्टिक व ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी पड़ा है. लॉजिस्टिक व ऑटोमोबाइल सेक्टर को लेकर ””श्रीराम मोबिलिटी बुलेटिन”” जारी की गयी है. बुलेटिन में मई महीने के ऑटोमोबाइल की बिक्री और रेंटल सर्विस के कई आंकड़े एकत्र किये गये हैं. इस संबंध में श्रीराम फाइनेंस के एमडी व सीईओ वाइएस चक्रवर्ती ने कहा कि मई माह के दौरान चली लू से सड़कों पर ट्रकों की संख्या में 60 प्रतिशत तक की कमी आयी है. वाणिज्यिक वाहन चालक और बोझ उठाने वाले मजदूर दिन के समय काम करने से कतरा रहे हैं. लेकिन अच्छे माॅनूसन का भरोसा जताये जाने के बाद मई में ट्रैक्टर की बिक्री में ग्रोथ लौटी. छुट्टी मनाने निकले लोग और चुनाव प्रचार और बढ़ी आयात-निर्यात की गतिविधियों से ईंधन की खपत और फास्टैग कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई. गर्मी के उपभोक्ता सामान की मांग के चलते ट्रक का यातायात चलता रहा. यह लॉजिस्टिक नेटवर्क की मजबूती बताता है.

प्रमुख मार्गों पर ट्रक भाड़े में गिरावट

बताया गया है कि गर्मी में अत्यधिक तापमान बढ़ने और पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट घटने से देश के सभी प्रमुख मार्गों में ट्रक भाड़े में गिरावट आयी है. दिल्ली-कोलकाता- दिल्ली, दिल्ली-चेन्नई-दिल्ली और मुंबई-कोलकाता-मुंबई आदि रूट में ट्रक भाड़े में यह गिरावट देखने को मिली. लेकिन इसके साथ ही देश में मॉनसून सामान्य से बेहतर रहने की भविष्यवाणी के बाद मई माह में ट्रैक्टर की बिक्री में 24 प्रतिशत की खासी बढ़ोतरी देखने को मिली. यह इस बात का संकेत है कि माॅनूसन के पहले मांग मजबूत है. इसी के साथ कमर्शियल ट्रैक्टर की बिक्री में भी 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ.

मई में फास्टैग कलेक्शन में छह फीसदी की वृद्धि

इसके साथ ही मई महीने के दौरान चुनाव प्रचार गाड़ियों के सड़कों पर दौड़ने और छुट्टी मनाने निकले लोगों की वजह से फास्टैग कलेक्शन और ईंधन की बिक्री में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली. मई के दौरान माह दर माह के आधार पर फास्टैग कलेक्शन में छह प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने मिली, जिससे यह पता चलता है कि महीने के दौरान सड़कों में कारों की संख्या में ज्यादा थी. इसी महीने के दौरान ईंधन की खपत में भी पांच प्रतिशत की मासिक वृद्धि हुई है. इस दौरान कुल 34.5 लाख टन ईंधन बिका, जो मई 23 के बाद सर्वाधिक बिक्री है. यह बिक्री बताती है कि चुनाव प्रचार और लोगों के छुट्टियों के लिए निकलने के कारण सड़कों पर मई महीने के दौरान वाहनों की तादाद बहुत ज्यादा थी.

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