कोलकाता. चुनाव को निष्पक्ष, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण कराने के लिए आयोग लोकसभा चुनाव के फार्मूले पर काम कर रहा है. राज्य की चार विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए बुधावर को वोट डाले जायेंगे. ऐसे में मतदान से पहले संबंधित विधानसभा क्षेत्रों से दागी अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश चुनाव आयोग ने राज्य प्रशासन को दिया है. दागी लोगों को बुधवार रात तक हिरासत में रखा जाने का निर्देश दिया गया है, ताकि वे चुनाव के दौरान किसी प्रकार की गुंड़ागर्दी न कर सकें. आयोग उपचुनाव के दिन उसी तरह मतदान कराना चाहता है, जिस तरह लोकसभा चुनाव के पहले कुछ चरण शांतिपूर्वक संपन्न हुए थे. वहीं, सूत्रों के मुताबिक राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) डॉ आरिज आफताब ने संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारियों (डीइओ) या जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षकों की भूमिका की सराहना की है. संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों को उपचुनाव पर नजर रखने को कहा गया है, ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके. चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी. अशांति फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. वोट लूट की कोशिशों पर रोक लगाने के लिए वेब कास्टिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इस्तेमाल में लाया जायेगा. सभी मतदान केंद्रों पर शत-प्रतिशत वेब कास्टिंग होगी. इसके अलावा क्यूआरटी और हर बूथ पर केंद्रीय बल के जवान रहेंगे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) कार्यालय ने लोकसभा चुनाव से सीख लेते हुए खासकर बूथ के बाहर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का निर्णय लिया है. चुनाव आयोग क्यूआरटी तैनात कर बाहरी सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है, इसलिए आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और प्रत्येक केंद्र के रिटर्निंग अधिकारियों को सभी उपाय करने का आदेश दिया है. किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को स्पष्ट निर्देशों के साथ चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने में सावधानी बरते जाने का निर्देश दिया गया है. कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत कार्रवाई की जाने का भी निर्देश दिया गया है.
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