छह वर्षों में दूध विक्रेता से कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बन गया जयंत

उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया थानांतर्गत अड़ियादह कांड के बाद से ही जयंत सिंह का नाम चर्चा में है. जयंत सिंह, जिसका कभी दूध का व्यवसाय था और दूध विक्रेता के तौर पर जाना जाता था. उसके पिता का भी दूध का व्यवसाय था. लेकिन विगत पांच से छह वर्षों में दूध विक्रेता से जयंत कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बन गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2024 1:19 AM

अवैध रूप से तालाब को पाट कर आलीशान मकान बनाने का आरोप

अड़ियादह क्लब में चलाता था अपनी अदालत

प्रतिनिधि, बैरकपुर

उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया थानांतर्गत अड़ियादह कांड के बाद से ही जयंत सिंह का नाम चर्चा में है. जयंत सिंह, जिसका कभी दूध का व्यवसाय था और दूध विक्रेता के तौर पर जाना जाता था. उसके पिता का भी दूध का व्यवसाय था. लेकिन विगत पांच से छह वर्षों में दूध विक्रेता से जयंत कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बन गया. अड़ियादह कांड के बाद एक के बाद एक उसके अत्याचार के वीडियो सामने आने पर जयंत समेत उसके गैंग के करीब 13 लोग पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिसमें एक मां और बेटे की पिटाई के मामले से लेकर सोशल मीडिया में वायरल कई वीडियो संबंधी मामले में सभी आरोपी हैं. अड़ियादह के मौसमी मोड़ से आगे बढ़ते ही प्रताप रुद्र लेन इलाका है. उसी गली में हाल ही एक साल में जयंत ने आलीशान बिल्डिंग व्हाइट हाउस बनाया है. इसमें अभी गृह प्रवेश भी नहीं हुआ है. आरोप लगाया जा रहा है कि यह अवैध तरीके से तालाब से सटे ही एक हिस्से को पाट कर बनाया गया है.

तालाब का एक हिस्सा पत्थर के टुकड़ों से भरा गया

प्रताप रुद्र लेन में एक तालाब के आसपास की जमीन काफी समय से खाली पड़ी थी. यहां स्थानीय बच्चे कभी-कभी खेलते थे. कथित तौर पर, उस जमीन पर जयंत ने रातों-रात कब्जा कर लिया. फिर तालाब के आधे हिस्से को पाट कर वहां मकान बनाया. मकान में महंगी कार से लेकर कई कीमती बाइक हैं.

मकान के एक तरफ तालाब के एक हिस्से को रेत की बोरियों और पत्थर के टुकड़ों से भरा गया है और पास में जयंत का आलीशान तीन मंजिली इमारत है, हालांकि जयंत के भाई का दावा है कि जयंत का उस मकान के बनाने में ज्यादा योगदान नहीं है. वह अपनी कमाई अपने पर ही खर्च करता था.

इधर, जयंत सिंह की मां ने कहा है कि इमारत को बनाने में एक साल लगा. कई लोगों ने इस घर का वीडियो बनाया. इसे बनाने के बाद से ही लोगों को जलन होने लगी. उन्होंने कहा कि यह मकान अवैध नहीं है. तालाब को पाटा नहीं गया है. बेटे ने मकान को बनवाया है. उसी इलाके में जयंत का पुराना घर भी है, जहां पास में बस्ती में खटाल भी है.

अपने ही पार्टी के एक शख्स को मारी थी गोली

जयंत मतभेद होने पर अपनी ही पार्टी के युवकों को भी माफ नहीं करता था. गत 29 जून 2023 को पेशे से प्रमोटर व अड़ियादह निवासी अरित्र घोष उर्फ बुम्बा को उसके घर के सामने ही पैर में गोली मारी थी. जयंत और उसके गिरोह के लोगों ने अरित्र की बुरी तरह से पिटाई भी की थी. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बुम्बा कभी जयंत के साथ था, लेकिन जयंत चाहता था कि बुम्बा उसके गिरोह में रहकर प्रमोटिंग का व्यवसाय करे. नहीं मानने पर ही उसने गोली मारी थी. फिर जयंत उत्तर बंगाल में जाकर छिप गया था. घटना के नौ दिन बाद उसे कालिम्पोंग से गिरफ्तार किया गया था. लेकिन डेढ़ माह जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आ गया था.

विधायक और सांसद का एक दूसरे पर आरोप

कमरहाटी में सत्तारूढ़ दल के एक वर्ग ने आरोप लगाया कि कथित तौर पर जयंत को राजनीतिक बैठकों और जुलूसों में विधायक मदन मित्रा के बगल में देखा जाता था. मदन तालतला क्लब के अध्यक्ष भी थे. आरोप है कि जयंत का अपराध कार्यालय भी तालतला क्लब ही बन गया था. मदन-जयंत की नजदीकियों की कई तस्वीरें पहले ही सामने आ चुकी हैं. हालांकि मदन का दावा है कि कमरहाटी में हर किसी चीज के वह अध्यक्ष ही हैं. इसका जयंत से कोई लेना-देना नहीं है.

उन्होंने दावा है कि आरोपियों में कोई भी सत्तारूढ़ दल की छत्रछाया में नहीं था. आरोपी सारे प्रमोटिंग जैसे धंधे से जु़ड़े थे. उन लोगों में आपस में विवाद होते थे. वहीं, सांसद सौगत राय जयंत को मदन का करीबी बताते रहे हैं, तो मदन मित्रा जयंत को सौगत राय का खास होने का आरोप लगाये है.ं

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