बांकुड़ा. आर जी कर अस्पताल की घटना के प्रतिवाद में पांचवें दिन भी बांकुड़ा सम्मिलनी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल और धरना जारी रहा. अस्पताल के बाहर डाक्टरों के प्रदर्शन के कारण डॉक्टर्स एसोसिएशन के आह्वान पर आउटडोर परिसेवा बाधित रही. जहां मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि इंडोर में इमर्जेंसी परिसेवा प्रदान की गयी. जिससे कुछ हद तक मरीजों ने राहत की सांस ली. मरीजों के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बांकुड़ा मेडिकल के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में आउटडोर सेवाएं बंद हैं. दूरदराज से चिकित्सा के लिए पहुंचे मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी ही हालत जिले के विभिन्न सुपरस्पेशलिटी से लेकर ग्रामीण अस्पतालों मे भी देखी गयी जहां आउटडोर परिसेवा बंद रही. धरने पर बैठे डॉ सप्तर्षि मुखर्जी का कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्हें न्याय मिले और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो. वे नहीं चाहते कि किसी और अस्पताल में आरजी कर जैसी घटना हो. यह केवल उनकी सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है. लोगों की सुविधा के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है. मौके पर धरने में साथ दे रहे अस्पताल के अधीक्षक डॉ सप्तर्षि चटर्जी का कहना था कि कोई भी मरीज बिना इलाज के वापस नहीं जा रहा है. इमर्जेंसी में सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. देरी जरूर हो रही है लेकिन कोई बिना इलाज के नहीं जा रहा है. सुरक्षा के प्रबंध के लिए अस्पताल परिसर में सीसीटीवी लगाया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है