Kartik Maharaj : पश्चिम बंगाल में ‘संन्यासी’ विवाद पर राज्य की सियासत में हलचल मच गई है. भारत सेवाश्रम संघ के कार्तिक महाराज (Kartik Maharaj) ने आश्रमों के लिए केंद्रीय सुरक्षा का अनुरोध किया है. उनका कहना है कि जलपाईगुड़ी रामकृष्ण मिशन में जो कुछ हुआ, उसके बाद से भारत सेवाश्रम संघ के सभी लोग काफी डरे हुए हैं. लेकिन उन्हें राज्य पुलिस पर भरोसा नहीं है. इसीलिए उन्होंने पहले ही केंद्रीय सुरक्षा के लिए आवेदन कर दिया है. उन्होंने फिर यह भी दावा किया कि उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है. संयोग से, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में कार्तिक महाराज का नाम लेकर उन पर हमला किया था.
ममता बनर्जी के प्रतिवाद में साधुओं का उत्तर कोलकाता में रोड-शो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सातवें चरण के मतदान से पहले उत्तरी कोलकाता में ममता बनर्जी के प्रतिवाद में साधु-संत नंगे पैर रोड-शो करने वाले हैं. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) सूत्रों के मुताबिक, छठे चरण के मतदान से ठीक पहले शुक्रवार को संत उत्तरी कोलकाता के गिरीश एवेन्यू से विवेकानंद के जन्मस्थान तक रैली निकालेंगे. इस यात्रा का नाम रखा गया है, ‘संत स्वाभिमान यात्रा’.
संदेशखाली की महिलाओं को हर हाल में मिलेगा न्याय : हिमंत
क्या है मामला
संन्यासियों से जुड़ी यह घटना पिछले शनिवार को आरामबाग में शुरू हुई थी. वहां ममता बनर्जी ने रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के कुछ भिक्षुओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण दिया था. विशेष रूप से मुर्शिदाबाद के बेलडांगा के भारत सेवाश्रम संघ के कार्तिक महाराज का नाम लेते हुए उन्होंने कहा, भारत सेवाश्रम संघ के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान था लेकिन जो आदमी कहता है, मैं तृणमूल कांग्रेस के एजेंट को बैठने नहीं दूंगा, उसे मैं संत नहीं मानता. ऐसा इसलिए क्योंकि वह ‘सीधी राजनीति’ करके देश को बर्बाद कर रहे हैं. हालांकि जिसके बाद ममता बनर्जी को माफी मांगने के लिये भारत सेवाश्रम संघ की ओर से नोटिस भेजा गया है.
ममता बनर्जी के खिलाफ लड़ेंगे, तो पलटवार को तैयार रहना होगा : अर्जुन