Kolkata Doctor Case: सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने दी सफाई, बताया- कब कब क्या किया
कोलकाता पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि टाला थाने को सुबह 10:10 बजे आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर का शव मिलने की जानकारी मिली.
कोलकाता : आरजी कर मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता पुलिस की जांच पर आश्चर्य व्यक्त किया. साथ ही अप्राकृतिक मौत का मामले दर्ज करने की समयसीमा पर भी सवाल उठाया. इसके बाद कोलकाता पुलिस की तरफ से गुरुवार शाम को मामले की जांच, इसकी टाइमिंग सहित अन्य पक्षों को सामने रखा गया.
पुलिस को कब मिली शव मिलने की जानकारी
पुलिस ने बताया कि टाला थाने को सुबह 10:10 बजे आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर का शव मिलने की जानकारी मिली. 10:30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची. वहां हत्या की आशंका के बाद लालबाजार को सूचना दी गयी. सुबह 11 बजे होमिसाइड की टीम मौके पर पहुंची. 12:25 बजे वीडियोग्राफर पहुंचा. दोपहर 12:40 बजे फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट एवं फॉरेंसिक की टीमें आयीं. 12:44 बजे अस्पताल के आपातकालीन विभाग में कार्यरत ईएमओ आये और जूनियर महिला डॉक्टर को मृत घोषित किया.
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस से पूछा- देर से ट्रेनी डॉक्टर को क्यों मृत घोषित किया
सवाल यह है कि चिकित्सकों ने इतनी देर से ट्रेनी डॉक्टर को क्यों मृत घोषित किया? इस संबंध में पुलिस का कहना है कि आमतौर पर शव बरामद होने के बाद उसे अस्पताल के इमरजेंसी विभाग ले जाया जाता है. ईएमओ द्वारा मृत घोषित करने के बाद ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाता है. आरजी कर की घटना में अन्य जूनियर डॉक्टर वहीं थे. ईएमओ को काफी अनुरोध के बाद सेमिनार हॉल लाया गया. ईएमओ द्वारा महिला जूनियर डॉक्टर को मृत घोषित करने के बाद उस दिन दोपहर 1.37 बजे मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया. इसके बाद टाला थाने में अप्राकृतिक मौत का मामला 861/24 दर्ज किया गया. परिवार की मांग के मुताबिक कानूनी प्रक्रिया की जांच के लिए सियालदह कोर्ट के मजिस्ट्रेट को बुलाया.
कोलकाता पुलिस ने बताया कब-कब क्या किया
एसीजेएम की ओर से 3.50 बजे आवेदन स्वीकृत कर मजिस्ट्रेट के पास भेज दिया गया. इसके बाद 4:10 बजे मजिस्ट्रेट अस्पताल पहुंचे. 4:20 से 4:40 बजे तक कानूनी प्रक्रिया पूरी हुई. 5:10 बजे शव को बॉडी बैग में मुर्दाघर ले जाया गया. वहां दोबारा वीडियोग्राफी की गयी. शाम 6:00 से 7:10 बजे तक पोस्टमार्टम हुआ. रात आठ बजे शव परिजनों को सौंप दिया गया. इसके बाद डॉग स्क्वायड को घटनास्थल पर ले जाया गया. घटनास्थल की 3डी मैपिंग की गयी. रात 8:30 से 10:45 बजे तक पुलिस ने घटनास्थल से बरामद सामान को जब्त किया. रात 11:45 बजे मृतका के पिता की शिकायत पर टाला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, किसी असामान्य मामले के बाद जांच अधिकारी (आइओ) के घटनास्थल से लौटने के बाद विस्तृत रिपोर्ट थाने में जीडी एंट्री के तौर पर लिखनी होती है. उस स्थिति में उसे वह सब कुछ लिखना होगा, जो उसने दिनभर में घटनास्थल पर किया. इस मामले में पुलिस ने भी यही किया. वह रात को थाने लौटा और सारी बातें विस्तार से जनरल डायरी (जीडी) में लिखीं.
पुलिस ने क्या बताया अदालत को
पुलिस ने बताया कि टाला थाने को सुबह 10:10 बजे आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर का शव मिलने की जानकारी मिली. 10:30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची. वहां हत्या की आशंका के बाद लालबाजार को सूचना दी गयी. सुबह 11 बजे होमिसाइड की टीम मौके पर पहुंची. 12:25 बजे वीडियोग्राफर पहुंचा. दोपहर 12:40 बजे फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट एवं फॉरेंसिक की टीमें आयीं. 12:44 बजे अस्पताल के आपातकालीन विभाग में कार्यरत ईएमओ आये और जूनियर महिला डॉक्टर को मृत घोषित किया.