डेंगू के खिलाफ अभियान चलायेगा कोलकाता नगर निगम
खुद कोलकाता के डिप्टी मेयर और निगम के स्वास्थ्य विभाग के मेयर परिषद के सदस्य अतिन घोष इस अभियान में हिस्सा लेंगे. इस दौरान किसी दफ्तर में लार्वा पाये जाने पर प्रबंधन को नोटिस दिया जायेगा
कोलकाता में डेंगू की रोकथाम के लिए कोलकाता नगर निगम एंड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है. रोकथाम के लिए जागरूकता के साथ-साथ साफ-सफाई पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे में अब कोलकाता नगर निगम द्वारा 17 अगस्त को अभियान चला कर लार्वा को नष्ट किया जायेगा. इस दौरान बड़े सरकारी व निजी दफ्तरों में अभियान चला कर लार्वा की जांच की जायेगी.
खुद कोलकाता के डिप्टी मेयर और निगम के स्वास्थ्य विभाग के मेयर परिषद के सदस्य अतिन घोष इस अभियान में हिस्सा लेंगे. इस दौरान किसी दफ्तर में लार्वा पाये जाने पर प्रबंधन को नोटिस दिया जायेगा. इसके बाद भी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देने पर प्रबंधन के खिलाफ कानून कार्रवाई की जायेगी. जरूरत पड़ी तो प्रबंधन पर जुर्माना भी लगाया जायेगा.
महानगर के सभी तालाबों की होगी जीआइएस टैगिंग
एक समय कोलकाता में 10 हजार से अधिक तालाब थे. भू-माफियों द्वारा तालाबों को पाट दिया गया है. अब 3000-3500 तालाब ही बचे हैं. महानगर में तालाब बचाने के लिए कोलकाता नगर निगम सक्रियता दिखा रहा है. अब तालाबों की जीआइएस टैगिंग की जा रही है. अब तक करीब 700 तालाबों की जीआइएस टैगिंग हो चुकी है. जल्द ही अन्य तालाबों की भी जीआइएस टैगिंग की जायेगी. इसे लेकर कोलकाता नगर निगम में निगम आयुक्त के नेतृत्व में सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक हुई. एक अधिकारी ने बताया कि मेयर फिरहाद हकीम के निर्देश पर हम तालाबों की टैगिंग कर रहे हैं. प्रत्येक तालाबों के नाम से अलग पता होगा.
ताकि तालाबों की अपनी पहचान होगी और निगम के पास भी पूरी जानकारी उपलब्ध होगी. तालाबों को पाटने से बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है. इसी साल सभी तालाबों की जीआइएस टैगिंग करने का लक्ष्य रखा गया है. टैगिंग कार्य पूरा हो होने के बाद निगम की वेबसाइट पर सारी जानकारियां साझा की जायेंगी.