कोलकाता.
महानगर के सभी सरकारी अस्पतालों में तैनात प्राइवेट सुरक्षागार्ड को शुक्रवार से पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में प्रशिक्षण दिया जायेगा. रोजाना सभी सरकारी अस्पतालों से 100 लोगों को यह ट्रेनिंग दी जायेगी. कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार की तरफ से गुरुवार को यह जानकारी दी गयी. इस दौरान अस्पताल में आनेवाले मरीजों के परिजनों व चिकित्सकों से कैसे पेश आना है. अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर करने के लिए किन-किन बातों पर विशेष ध्यान देना होगा. किसी भी आपातकालीन समय में किन-किन बातों पर ध्यान देना होगा. कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करना होगा, ड्यूटी करने के दौरान किन-किन गतिविधियों पर निगरानी रखनी होगी, इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से और भी कई तरह की नयी जानकारी व सुझाव वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों द्वारा स्पेशल ट्रेनिंग सत्र के दौरान दी जायेगी. गौरतलब है कि, आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या की घटना में अस्पताल में तैनात प्राइवेट सुरक्षागार्ड की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. सुप्रीम कोर्ट में भी प्राइवेट सुरक्षागार्ड के कामकाज पर सवाल उठे थे. इसे देखते हुए अस्पताल में सीनियर व जूनियर चिकित्सकों और मरीजों के परिजनों को बेहतर सुरक्षा देने के लिहाज से कोलकाता पुलिस की तरफ से महानगर में मौजूद सभी सरकारी अस्पतालों में नियुक्त प्राइवेट सुरक्षागार्ड को स्पेशल ट्रेनिंग देने का फैसला कोलकाता पुलिस की तरफ से लिया गया था. ट्रेनिंग सत्र की व्यवस्था करने व इसे शुरू करने का दायित्व ज्वाइंट सीपी ट्रेनिंग आइपीएस महमूद अख्तर, ज्वाइंट सीपी (संगठन) अजय प्रसाद व एडिशनल सीपी (5) अशेष विश्वास को दिया गया था. जिन थानों के अंतर्गत सरकारी अस्पताल हैं, वहां के ओसी व विभागीय डिप्टी कमिश्नर को अपने इलाके में सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी करनेवाले प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड को इसकी सूचना देने का निर्देश लालबाजार की तरफ से दिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है