मन में नये ख्याल भी आ रहे हैं : बिरजू महाराज

कोलकाता : मशहूर कथक कलाकार पंडित बिरजू महाराज का कहना है कि वह शास्त्रीय परंपराओं के साथ गहराई से जुड़े हैं. हालांकि उनके मन में नये ख्याल भी आ रहे हैं. पद्म विभूषण और संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित बिरजू महाराज ने कोलकाता में नृत्य कार्यक्रम से इतर कहा : शास्त्रीय परंपराएं हैं. मैं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2017 9:11 AM
कोलकाता : मशहूर कथक कलाकार पंडित बिरजू महाराज का कहना है कि वह शास्त्रीय परंपराओं के साथ गहराई से जुड़े हैं. हालांकि उनके मन में नये ख्याल भी आ रहे हैं. पद्म विभूषण और संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित बिरजू महाराज ने कोलकाता में नृत्य कार्यक्रम से इतर कहा : शास्त्रीय परंपराएं हैं. मैं परंपराएं नहीं बदलता लेकिन नये विचार मेरे मन में नई चीजों की रचना के लिए लगातार आते रहते हैं. डांस में फ्यूजन पर उन्होेंने कहा : मेरा मानना है कि मुझे फ्यूजन पसंद नहीं है. मैं आपको स्पेन का एक अनुभव बताना चाहूंगा जहां मैंने अपने पैर से विभिन्न ताल रचकर अपने स्पेनिश सहयोगी कलाकार तथा अन्य लोगों को अचंभित कर दिया था. जब उनसे पूछा गया कि इतने सालों तक इस क्षेत्र में बने रहने का उनका क्या रहस्य है, इस पर कहा : यह ऐसा है क्योंकि मुझे नृत्य से प्यार है और मैं जो करता हूं. उसकी प्रशंसा करता हूं.
नृत्य की शुद्धता पर उन्होंने कहा : प्रत्येक कलाकार ताल की सुंदरता की खोज कर रहा है और शुद्धता इसी खोज में है. पंडित बिरजू महाराज यहां शहर में ‘कथक प्रवाह’ नृत्य कार्यक्रम के लिए अपनी शिष्या शाश्वती सेन के साथ आये थे.

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