ममता की बातों पर हमें विश्वास नहीं : विमल गुरूंग

दार्जिलिंग. पिछले कई दिनों की तरह मंगलवार को भी गोरखा जन मुक्ति मोरचा ने शहर में विरोध रैली निकाली. गोरखा रंगमंच भवन से शुरू हुई रैली में मोरचा प्रमुख विमल गुरूंग खुद उपस्थित थे. रैली चौरस्ता रोड, गांधी रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 55 से होते हुए चौक बाजार पहुंची और जनसभा में बदल गयी. जनसभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2017 7:35 AM
दार्जिलिंग. पिछले कई दिनों की तरह मंगलवार को भी गोरखा जन मुक्ति मोरचा ने शहर में विरोध रैली निकाली. गोरखा रंगमंच भवन से शुरू हुई रैली में मोरचा प्रमुख विमल गुरूंग खुद उपस्थित थे. रैली चौरस्ता रोड, गांधी रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 55 से होते हुए चौक बाजार पहुंची और जनसभा में बदल गयी. जनसभा के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री गुरूंग ने कहा कि हम लोगों को ममता बनर्जी की बातों पर विश्वास नहीं है.

श्री गुरूंग ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मिरिक के कार्यक्रम में बयान दिया कि उन्होंने बांग्ला भाषा को अनिवार्य किये जाने की बात नहीं कही है. वह झूठ बोल रही थीं. श्री गुरूंग ने कहा कि मुख्यमंत्री के बयान का वीडियो फुटेज उपलब्ध है, जिसमें वह सभी स्कूलों में बांग्ला की पढ़ाई अनिवार्य किये जाने की बात कह रही हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भरोसा दिलाने के लिए कैबिनेट में बांग्ला को अनिवार्य नहीं किये जाने और नेपाली भाषा के संरक्षण का प्रस्ताव पास करें. ममता बनर्जी कब क्या बोलती हैं और क्या काम करती हैं, इस पर किसी को भरोसा नहीं है.

श्री गुरूंग ने कहा कि अब भाषा आंदोलन के साथ साथ गोरखालैंड आंदोलन भी शुरू होगा. बुधवार को यहां के सरकारी महाविद्यालय के सामने से विरोध रैली शुरू होगी. यह रैली शहर की परिक्रमा करते हुए गोरखा रंगमंच भवन पहुंचेगी. बुधवार को ही शाम 6.30 बजे से शहर में मशाल जुलूस निकाला जायेगा.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीटीए का विशेष आडिट कराने की बात कही है, इस बारे में पूछे जाने पर श्री गुरूंग ने कहा : जो करना चाहें कर लें, हमने कहां रोका है. उनका ही आदमी प्रधान सचिव के पद पर बैठा है. उन्होंने कहा कि जीटीए के साथ-साथ सारधा, नारदा की भी विशेष जांच करनी होगी, जिसमें तृणमूल के लोग लिप्त रहे हैं.

श्री गुरूंग ने कहा कि 10-12 दिनों के भीतर जीटीए के सभासदों ने इस्तीफा देने की जानकारी दी है. विरोध रैली के बाद आयोजित जनसभा को डीके प्रधान, तिलकचंद रोका, विशाल गुरूंग आदि ने भी संबोधित किया.

Next Article

Exit mobile version