दार्जिलिंग में हिंसा के बीच पहाड़ पर ही जमीं ममता, झारखंड के कई पर्यटक फंसे, हेल्पलाइन नंबर जारी
– हेल्पलाइन नंबर : सिलीगुड़ी – 0353-2511974, दार्जिलिंग – 0354-2255749 – पर्यटकों को निकालने का काम युद्धस्तर पर – सिलीगुड़ी में कई स्थानों पर खोले गये हेल्प डेस्क – पर्यटन मंत्री ने परिवहन सचिव के साथ की बैठक – कोलकाता के लिए हर दो घंटे में बस सेवा शुरू – बागडोगरा हवाई अड्डे पर भी […]
– हेल्पलाइन नंबर : सिलीगुड़ी – 0353-2511974, दार्जिलिंग – 0354-2255749
– पर्यटकों को निकालने का काम युद्धस्तर पर
– सिलीगुड़ी में कई स्थानों पर खोले गये हेल्प डेस्क
– पर्यटन मंत्री ने परिवहन सचिव के साथ की बैठक
– कोलकाता के लिए हर दो घंटे में बस सेवा शुरू
– बागडोगरा हवाई अड्डे पर भी विशेष व्यवस्था
सिलीगुड़ी/दार्जिलिंग : भाषा विवाद को लेकर दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में हिंसा के बाद अभी भी पहाड़ की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं पूरी परिस्थितयों पर नजर बनाये हुए हैं. उन्होंने साफ-साफ एलान कर दिया है कि पहाड़ की स्थिति सामान्य होने तक वह दार्जिलिंग में ही रहेंगी. फिलहाल उनकी पहली प्राथमिकता पहाड़ से करीब दस हजार पर्यटकों को सकुशल यहां से निकालना है.
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उसी को ध्यान में रखते हुए युद्ध स्तर पर पर्यटकों को निकालने का काम शुरू हो गया है. पहाड़ पर गोजमुमो द्वार आहूत 12 घंटे के बंद के बीच पर्यटकों को यहां से निकाला जा रहा है. इसके लिए पुलिस तथा प्रसाशन की ओर से विशेष इंतजाम किये गये हैं. एनबीएसटीसी की ओर से पर्यटकों को निकालने के लिए विशेष बसें चलायी जा रही हैं. दार्जिलिंग से शुक्रवार को पर्यटकों से लदी पहली बस को दिन के करीब 11 बजे रवाना किया गया.
गोजमुमो के बंद को देखते हुए इन बसों के साथ पुलिस की गाड़ियां भी चल रही हैं. दार्जिलिंग से पर्यटकों को सिलीगुड़ी के लिए रवाना किया जा रहा है. उसके बाद यहीं से पर्यटक अपने आगे की यात्रा करेंगे. पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो इसके लिए ना केवल दार्जिलिंग में अपितु सिलीगुड़ी में भी विभिन्न स्थानों पर हेल्फ डेस्क बनाये गये हैं. न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के अलावा, सिलीगुड़ी जंक्शन और दार्जिलिंग मोड़ में पर्यटकों के लिए हेल्प डेस्क बनाये गये हैं.
राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने शुक्रवार को इन सभी स्थानों पर गये और अधिकारियों को पर्यटकों की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया. उसके बाद श्री देव ने राज्य के परिवहन विभाग के मुख्य सचिव अलापान बंदोपाद्याय के साथ भी बैठक की. उन्होंने परिवहना विभाग के मुख्य सचिव के साथ वाहनों की व्यव्स्था को लेकर बातचीत की.
इसबीच, पर्यटकों को सही सलामत अपने-अपने घरों तक रवाना करने के लिए एनबीएसटीसी की ओर से विशेष व्यवस्था की गयी है. दार्जिलिंग के चौरस्ता से पर्यटकों को सुबह 11 बजे से ही सिलीगुड़ी लाया जाने लगा. कालिम्पोंग से भी पर्यटक सिलीगुड़ी आए. इतना ही नहीं सिलीगुड़ी जंक्शन से हर दो घंटे पर एनबीएसटीसी ने कोलकाता के लिए बस सेवा शुरू की है.
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पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कहा है कि पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जायेगी. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं पर्यटकों के सही सलामत घर पहुंचने की निगरानी कर रही हैं. ऐसा नहीं है कि ममता बनर्जी पहली बार पर्यटकों की मदद कर रही हैं. राज्य के पर्यटक दूसरे राज्यों में भी यदि फंस जाते हैं तो वहां से भी सकुशल उनको वापस लाने के लिए प्रयास करती है.
दूसरी ओर बागडोगरा एयरपोर्ट पर भी पर्यटकों के लिए विशेष व्यवस्था की गयी. एयरपोर्ट को सुबह पांच बजे ही यात्रियों के लिए खोल दिया गया. एयरपोर्ट निदेशक राकेश आर सहाय ने बताया है कि यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए तमाम आवश्यक उपाय किये गये हैं. बागडोगरा एयरपोर्ट पर सुबह से ही यात्रियों की भीड़ लगने लगी.
जानकारी के मुताबिक बंद की घोषणा होने के साथ ही पर्यटक दार्जिलिंग से निकलने लगे थे. वह सिलीगुड़ी आने के क्रम में सीधे बागडोगरा एयरपोर्ट आ जायें,इसी कारण एयरपोर्ट को पांच बजे सुबह ही खोल दिया गया.
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दार्जिलिंग में फंसे हैं झारखंड के कई पर्यटक
छुट्टी के मौसम में झारखंड के लोगों के लिए दार्जिलिंग एक मुख्य पर्यटन स्थालों में से है. ऐसे में इस साल भी काफी संख्या में झारखंड से पर्यटक दार्जिलिंग गये हुए हैं. हिंसा के इस दौर में उनके परिजन उनकी वापसी के लिए परेशान हैं. हालांकि बंगाल सरकार का दावा है कि सभी पर्यटकों को सुरक्षित यहां से निकाल लिया जायेगा.
झारखंड के पर्यटकों के परिजन राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं उनके लिए विशेष बसों की व्यवस्था कर उन्हें सकुशल गृह राज्य वापस लाया जाए. इसके लिए एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य सरकार से भी मुलाकात की है. आपको बताते चलें कि हिंसा के समय में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जिलिंग में जमी हुई हैं. उनके साथ पर्यटन मंत्री गौतम देव भी अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं.
पर्यटकों को निकालने के लिए फ्री बस सेवा
पर्यटकों को राज्य सरकार की बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा दी जा रही है. यह जानकारी पर्यटन मंत्री गौतम देव ने दी. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी और फिर सिलीगुड़ी से कोलकाता के लिए यात्रा करने वाले पर्यटकों को कोई पैसा नहीं देनो पड़ेगा. यह सुविधा शुक्रवार और कल शनिवार को भी दी जायेगी.
दिल्ली का विमान का किराया 20 हजार रुपये
इस पर्यटन मौसम में पहाड़ पर घूमने आने वाले पर्यटकों को गोजमुमो के अचानक आंदोलन से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर दिल्ली और कोलकाता जाने वाले पर्यटक परेशान हैं. हिंसा के बीच किसी तरह से जान बचाकर ये पर्यटक तो दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी आ गये अब आगे जाने में परेशानी हो रही है.
कोलकाता के लिए तो राज्य सरकार की ओर से बसों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन दिल्ली जाने वाले पर्यटक क्या करें. ट्रेनों में कोई टिकट नहीं है. विमान कंपनियों ने भी अपना किराया अचानक बढ़ा दिया. पर्यटकों का आरोप है कि दिल्ली के लिए शुक्रवार को 20 हजार से अधिक रूपये में टिकट मिल रहा है. कोलकाता के लिए भी किराया करीब 14 हजार रूपये है.
सिलीगुड़ी के सभी होटल फुल
दार्जिलिंग से किसी तरह से जान बचाकर पर्यटको सिलीगुड़ी आकर फंस गये हैं. खासकर दिल्ली, बिहार तथा दक्षिण राज्यों से आये पर्यटकों को अपने घर जाने की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पायी है. ऐसे पर्यटकों की संख्या काफी अधिक है जिनके पास एक या दो दिन बाद लौटने का टिकट है. ऐसे पर्यटक यहां के विभिन्न होटलों में ठहर गये हैं. सिलीगुड़ी के सभी होटल पर्यटकों से भरे पड़े हैं.