दार्जीलिंग: हालात को लेकर चिंता, सीआरपीएफ की दस कंपनियां तैनात , केंद्र सरकार ने मांगी रिपोर्ट

कोलकाता/ नयी दिल्ली/दार्जीलिंग. भाषा विवाद और अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोरखा जनमुक्ति मोरचा के आंदोलन से दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पैदा हुए हालात से केंद्र चिंतित है. पश्चिम बंगाल पुलिस से केंद्र सरकार ने रिपोर्ट तलब की है. यही नहीं, स्थिति से निपटने के िलए गृह मंत्रालय ने दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2017 9:53 AM
कोलकाता/ नयी दिल्ली/दार्जीलिंग. भाषा विवाद और अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोरखा जनमुक्ति मोरचा के आंदोलन से दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पैदा हुए हालात से केंद्र चिंतित है. पश्चिम बंगाल पुलिस से केंद्र सरकार ने रिपोर्ट तलब की है. यही नहीं, स्थिति से निपटने के िलए गृह मंत्रालय ने दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र के लिए सीआरपीएफ की दस कंपनियां भेजी है.

इसमें अर्द्धसैनिक बल की दो महिला कंपनी भी शामिल है. उधर, गोजमुमो के सरकारी कार्यालय बंद के एलान के दूसरे दिन भी सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा. मंगलवार को चाय श्रमिकों की भी हड़ताल थी, जिसे गोजमुमो ने समर्थन दिया था. चौक बाजार इलाके में गोजमुमो समर्थकों और पुलिस में भिड़ंत हो गयी.पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. एक मोरचा समर्थक को गिरफ्तार किया गया.

केंद्र सरकार ने दार्जीलिंग में जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार नागरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के हालात पर नजर रखे हुए है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार दार्जीलिंग जिले में हिंसा से निपटने और सामान्य हालात बहाल करने के लिए राज्य सरकार को हरसंभव सहयोग मुहैया कराने को तैयार है. हालांकि गृह मंत्रालय को अभी तक राज्य सरकार से मौजूदा हालात को लेकर रिपोर्ट का इंतजार है.
चंद्र कुमार बोस ने किया समर्थन
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपौत्र चंद्र कुमार बोस ने गोरखाओं के आंदोलन का समर्थन किया है. उनका कहना है कि गोरखाओं को उनका अधिकार मिलना चाहिए, उन्होंने नेताजी के साथ मिलकर आजादी की लड़ाई में संघर्ष किया था. गौरतलब है कि गोरखालैंड जनमुक्ति मोरचा ने अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन सरकारी कार्यालय बंद का ऐलान किया है.
एडीजी ने किया दौरा
बंद के दौरान उत्तर बंगाल के आइजी तथा एडीजी एन रमेश बाबू ने विभिन्न इलाकों का दौरा किया है. कालिम्पोंग में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पहाड़ में पूरी तरह से शांति है. बंद के दौरान कहीं से भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है. पूरे पहाड़ पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं.
कुमायी ने तृणमूल से इस्तीफा दिया
पहाड़ पर हिंसा और तनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. कालिम्पोंग नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष सीके कुमायी ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा है कि राज्य सरकार की गलत नीतियों की वजह से पहाड़ की स्थिति खराब हुई है.
मुंबई के पर्यटकों के साथ मारपीट
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई से कुछ पर्यटक दार्जिलिंग घुमने आये थे. जब वह लोग सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग जा रहे थे, तो कर्सियांग के निकट पिकेटिंग कर रहे गोजमुमो समर्थकों ने उनकी गाड़ी रोकी और पर्यटकों के साथ मारपीट करने लगे. पेट्रोलिंग कर रही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच पर्यटकों को दार्जिलिंग पहुंचाया.

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