गोजमुमो समर्थकों का तांडव: आधा दर्जन वाहन फूंके, हमले में आइआरबी कमांडेंट जख्मी दार्जीलिंग में भारी हिंसा, दो की मौत
दार्जीलिंग : दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखालैंड आंदोलन फिर से रक्तरंजित हो गया है. 80 के दशक के बाद शनिवार को पहाड़ों की रानी दार्जीलिंग को फिर से लहुलूहान होना पड़ा. पुलिस फायरिंग में दो आंदोलनकारियों की मौत हो गयी है और दर्जन भर से अधिक घायल हो गये हैं. वहीं, गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो)समर्थकों […]
दार्जीलिंग : दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखालैंड आंदोलन फिर से रक्तरंजित हो गया है. 80 के दशक के बाद शनिवार को पहाड़ों की रानी दार्जीलिंग को फिर से लहुलूहान होना पड़ा. पुलिस फायरिंग में दो आंदोलनकारियों की मौत हो गयी है और दर्जन भर से अधिक घायल हो गये हैं. वहीं, गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो)समर्थकों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए हमला किया, जिसमें 19 पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं. इनमें आइआरबी के कमांडेंट किरण तामांग की हालत गंभीर है. उन्हें इलाज के लिए सिलीगुड़ी लाया गया है.
गोरखालैंड की मांग को लेकर गोजमुमो ने पहले से ही पहाड़ बंद का एलान किया है. दो दिन पहले मोरचा सुप्रीमो बिमल गुरुंग के घर और कार्यालय पर पुलिस ने छापामारी की थी. उसके बाद से पहाड़ पर बेमियादी बंद का एलान किया गया है.
पुलिस व वाहन निशाने पर
पुलिस कार्रवाई के विरोध में शनिवार को गोजमुमो ने दार्जीलिंग सहित पूरे पहाड़ पर रैली निकालने की घोषणा की थी. इस रैली को रोकने के लिए पुलिस ने पहले से ही कड़ा इंतजाम कर रखा था. सुबह करीब 11 बजे जब मोरचा की रैली निकली, उसके बाद ही परिस्थिति बिगड़ गयी. मोरचा समर्थकों व पुलिस के बीच भिड़ंत हो गयी. भीड़ को तितर–बितर करने के लिए पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे. जवाब में मोरचा समर्थकों ने भी पुलिस पर हमला बोल दिया. इस दौरान पुलिस की कई गाड़ियां भी फूंक दी गयीं. स्थिति बेकाबू देख पुलिस को गोली चलानी पड़ी. इसमें दो मोरचा समर्थक मारे गये. हालांकि मोरचा ने अपने चार समर्थकों के मारे जाने का दावा किया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मारे गये दो मोरचा समर्थकों के नाम गोक निवासी विमल शाशंकर और कैजले निवासी सुनिल राई हैं. मोरचा नेता विनय तामंग का कहना है कि चार समर्थक मारे गये हैं. मारे गये तीसरे मोरचा समर्थक का नाम महेश गुरुंग है. चौथे की पहचान होनी बाकी है.
सिंहमारी में हालात बिगड़े
गोजमुमो ने शनिवार को गोरखालैंड की मांग को लेकर मार्च निकाला था. पहाड़ के विभिन्न स्थानों से मार्च निकालकर गोजमुमो समर्थक पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पातलेबास जानेवाले थे. सिंहमारी स्थित मोरचा कार्यालय के सामने पुलिस ने बेरीकेट लगाकर रखा था. यहां से मार्च को आगे नहीं बढ़ने दिया गया. उसके बाद ही पुलिस के साथ तू-तू मैं-मैं शुरू हो गयी. पुलिस ने यहां मोरचा के दो समर्थकों को दबोच लिया. उसके बाद स्थिति बिगड़ गयी. पुलिस और मोरचा समर्थक भिड़ गये. उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैसे के गोले दागे. हालात बिगड़ने पर पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. इस बीच, पहाड़ पर उपद्रव का दौर जारी है. शुक्रवार रात से लेकर अबतक कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं.
घूम से चार गोजमुमो समर्थक गिरफ्तार
इसी दौरान मोरचा समर्थकों की गिरफ्तारी भी हो रही है. घूम से भी मोरचा के चार समर्थकों को पकड़ा गया है. शुक्रवार की रात गोक ग्राम पंचायत दो कार्यालय में आग लगा दी गयी. इसके अलावा मोरचा समर्थकों ने पुलिस को रोकने के लिए गोक में सड़क को काट दिया है. अन्य स्थानों पर भी उपद्रव की खबर है. पहाड़ पर विस्फाटक हालात पर नियंत्रण पाने के लिए सेना की तैनाती कर दी गयी है. दार्जीलिंग शहर को सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है. सेना के जवान टहलदारी कर रहे हैं. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए माइकिंग भी की जा रही है.
विनय तामांग के घर पुलिस छापामारी
पहाड़ पर अशांति के बीच मोरचा नेताओं के घर पर पुलिस की छापामारी जारी है. गुरुवार को मोरचा सुप्रीमो बिमल गुरुंग के घर और कार्यालय में पुलिस ने छापामारी की थी. उसके बाद शनिवार को गोजमुमो सहायक सचिव व बिमल गुरुंग के करीबी विनय तामांग के घर पुलिस की छापामारी की गयी. श्री तामांग जीटीए के सूचना व संस्कृति विभाग के प्रभारी भी हैं. विनय तामांग ने छापामारी के बहाने पुलिस पर घर में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उनके 88 वर्षीय पिता गंगा तामांग को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
कालिम्पोंग में भी आगजनी
पहाड़ पर गोरखालैंड आंदोलन की आंच ने समतल को भी अपने लपेटे में ले लिया है. कालिम्पोंग जिले के समतल क्षेत्र समझे जानेवाले गोरूबथान में उपद्रवियों ने बिजली विभाग की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. कालिम्पोंग जिले के अन्य स्थानों पर भी गड़बड़ी खबर है. आरोप है कि शनिवार की रात को मोरचा समर्थकों ने कालिम्पोंग के कमानी बिट कार्यालय में आग लगा दी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व दमकल विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. इधर,पहाड़ पर पुलिस फायरिंग के विरोध में गोजमुमो ने समतल क्षेत्र डुवार्स में रविवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है.