मोरचा ने यह दोनों काम करके गोरखालैंड पर अपना रुख साफ कर दिया है. अब इसी तरह गोरामुमो को छठी अनुसूची का प्रस्ताव छोड़कर और गोरामुमो प्रमुख मन घीसिंग को उतर बंगाल स्पोर्ट्स काउंसिल के वाइस चेयरमैन पदभार से इस्तीफा देकर गोरखालैंड पर अपना रुख स्पष्ट करना होगा.
मोरचा प्रवक्ता रोका ने कहा, गत 29 जून को सर्वदलीय बैठक हुई थी जिसमें गोरखालैंड मूवमेंट कमिटि का गठन हुआ है. इसका कोआर्डिनेटर मोरचा के केंद्रीय उपाध्यक्ष कल्याण देवान और डीके प्रधान को बनाया गया है. आगामी 6 जुलाई को सर्वदलीय बैठक से पहले गोरामुमो को गोरखालैंड पर अपना रुख साफ करना होगा.